छत्तीसगढ़

हरदा में कमल पटेल कांटे के मुकाबले में

हरदा  मध्यप्रदेश की हरदा जिले के दोनों विधानसभा क्षेत्रों में एक बार फिर मुख्य मुकाबला सत्तारूढ़ दल भारतीय जनता पार्टी...

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा- दीपावली ही नहीं, होली में भी देंगे फ्री में गैस सिलेंडर

लखनऊ उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने धनतेरस के अवसर पर प्रदेश की माताओं-बहनों को बड़ी सौगात दी है।...

आज होगा जारी भाजपा का संकल्प पत्र, सीएम शिवराज बोले- हम ही हैं जो कहते हैं वो करते हैं

भोपाल भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) विधानसभा चुनाव के लिए दिवाली से एक दिन पहले प्रदेश की जनता के लिए अपनी...

हाउसफुल 5 की टोली में शामिल हुईं नोरा फतेही, अपनी कॉमेडी से दर्शकों को गुदगुदाएंगी अभिनेत्री

हाउसफुल 5 की टोली में शामिल हुईं नोरा फतेही, अपनी कॉमेडी से दर्शकों को गुदगुदाएंगी अभिनेत्री Akshay Kumar की फिल्म...

मनीष शिशिर व सुरेश हुए कांग्रेस से 6 सालों के लिए निष्कासित

रायपुर छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव 2023 में कांग्रेस पार्टी ने छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष पूर्व अध्यक्ष मोहनलाल मरकाम को कोण्डागांव...

सिग्नेचर ग्लोबल का दूसरी तिमाही में शुद्ध घाटा 19.92 करोड़ रुपये

सिग्नेचर ग्लोबल का दूसरी तिमाही में शुद्ध घाटा 19.92 करोड़ रुपये दूसरी तिमाही में शुद्ध घाटा 19.92 करोड़ रुपये नई...

ब्लैक बॉक्स का दूसरी तिमाही में शुद्ध लाभ 32 करोड़ रुपये

ब्लैक बॉक्स का दूसरी तिमाही में शुद्ध लाभ 32 करोड़ रुपये नई दिल्ली एस्सार समूह की आईटी कंपनी ब्लैक बॉक्स...

सामंथा रुथ प्रभु दिवाली से पहले पटाखा बनीं, बोल्ड अदाओं से किया हैरान

साउथ फिल्मों की टॉप एक्ट्रेसेस में से एक सामंथा रुथ प्रभु (Samantha Ruth Prabhu) के चाहने वाले आज पूरी दुनिया...

बांग्लादेश के मातरबारी बंदरगाह का एक चैनल तैयार, प्रधानमंत्री हसीना आज करेंगी उद्घाटन

ढाका  बांग्लादेश के मातरबारी बंदरगाह का एक चैनल बनकर तैयार हो चुका है। इसका उद्घाटन प्रधानमंत्री शेख हसीना आज (शनिवार)...

द आर्चीज का ट्रेलर आउट, 60 के दशक की कहानी में लगा प्यार और दोस्ती का तड़का

द आर्चीज का ट्रेलर आउट, 60 के दशक की कहानी में लगा प्यार और दोस्ती का तड़का मुंबई काफी समय...

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” सिनेमा एंड बियांड और नुक्कड़ कैफे द्वारा आयोजित “भारतीय सिनेमा में महिला लेखिकाओं एंव निर्देशकों का योगदान – एम.एल. नत्थानी कवि,लेखक, शिक्षाविद, भारतीय सिनेमा के लगभग 100 साल के इतिहास में महिला लेखिकाओं और निर्देशकों ने अपने कल्पनाशील विचारों एंव आधुनिक दृष्टिकोंण के साथ ही यथार्थवादी धरातल पर पुरुष पात्रों के ” संवेदनशील और साहसी पुरुषत्व ” को सिनेमा के सुनहरे पर्दे पर लगभग प्रत्येक दशक में अपनी अंतर्दृष्टि से रेखांकित किया है । अतीत से वर्तमान कालखंड में अनेक महिला फिल्मकारों ने सिनेमाई रुपहले पर्दे पर पुरानी सोच के रुढ़िवादी पुरुष पात्रों को नए परिवेश में आधुनिक दृष्टिकोंण के साथ ही मानवीय मूल्यों के प्रति संवेदनशील, बुद्धिमान होने के साथ ही अनंत गहराईयों को शिद्दत के साथ जिंदगी को जिन्दादिली के साथ जीने के लिए प्रतिबद्ध है । यह सिनेमाई पर्दे पर महिला फिल्मकारों की नई सोच और सृजन के अद्भुत हस्ताक्षर हैं । भारतीय सिनेमा के शुरूआती कालखंड में महिला फिल्मकारों में साहसी एंव प्रतिभावान फातिमा बेगम और देविका रानी उल्लेखनीय नाम हैं । समय के साथ महिला फिल्मकारों की भूमिका का चित्रण भी निरंतर बदलता रहा है । वस्तुतः सिनेमा के माध्यम से समाज में तेजी से बदलते जीवन मूल्यों को ” पुरुष पात्रों ” को महिला फिल्मकारों ने अपने आधुनिक नजरिए एंव पैनी अंतर्दृष्टि से विवधता के नए आयाम स्थापित किए हैं । महिला फिल्मकारों के सृजनशील सशक्त हस्ताक्षर :- ************************ 1 फातिमा बेगम – बुलबुल ए परिसतान 2 देविका रानी – कर्मा 3 नंदिता दास – फिराक 4 दीपा मेहता – फायर 5 अरुणा राजे – रिहाई 6 कल्पना लाजमी – रूदाली 7 अर्पणा सेन – मिस्टर एंड मिसेज अय्यर 8 मीरा नायर – मानसून वेडिंग 9 गुरविंदर चड्डा – बेंड इट लाइक बेकहम 10 अनुशा रिजवी – पीपली लाईव 11 किरण राव – धोबी घाट 12 भावना तलवार – धरम 13 रीमा कागती – तलाश 14 रेवती – मित्र माई फ्रेंड 15 मेघना गुलजार – तलवार, राजी,छपाक 16 गोरी शिंदे – इंग्लिश विंगलिश 17 जोया अख्तर – लक बाय चांस, जिंदगी ना मिलेगी दोबारा,दिल धड़कने दो 18 फराह खान – ओम शांति ओम, मैं हूं ना 19 कोंकणा सेन शर्मा – अ डेथ इन द गंज 20 लीना यादव – दि एंड निष्कर्ष :- इस तरह से भारतीय सिनेमा का इतिहास महिला फिल्मकारों के सृजनशील और सशक्तिकरण के नित नई सोच और आधुनिक दृष्टिकोंण का बदलता हुआ प्रतिबिंब है । आज महिला फिल्मकारों ने ग्लोबल स्तर पर अच्छे कंटेंट राईटर के कारण सिनेमा और ओटीटी प्लेटफार्म पर भी इस डिजिटल युग में वैश्विक पहचान बनाई है । भारतीय सिनेमा में अब पुरुषों को लेकर नए दृष्टिकोंण और वैश्विक स्तर के कंटेंट राईटर निरंतर सक्रियता के साथ महिला फिल्मकारों ने समाज में क्रांतिकारी बदलाव लाने में आधुनिक तकनीक और विज्ञान के साथ ही नए ” संवेदनशील और साहसी पुरुषत्व ” की सिनेमाई छबि को परिभाषित करने में कामयाब हुए हैं । सादर ।