छत्तीसगढ़

सायरा बानो से मिले पीएम मोदी, शेयर की मुलाकात की तस्वीरें

नई दिल्ली प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अनुभवी अभिनेत्री सायरा बानो से मुलाकात की और कहा कि सिनेमा की दुनिया में...

CG में बदलेगा मौसम, दो से तीन डिग्री तक गिरेगा पारा और बढ़ेगी ठंडी

रायपुर आने वाले दिनों में प्रदेश में ठिठुरन थोड़ी बढ़ने वाली है। मौसम विभाग का कहना है कि रविवार से...

*लुकेश्वरी सुरेन्द्र साहू की बढ़ती लोकप्रियता से विपक्षी दल हैरान…*

*लुकेश्वरी सुरेन्द्र साहू की बढ़ती लोकप्रियता से विपक्षी दल हैरान...*       छत्तीसगढ़ के धमतरी विधानसभा क्षेत्र में चुनावी...

सान्या मल्होत्रा की मिसेज का प्रीमियर टालिन ब्लैक नाइट्स फिल्म फेस्टिवल में होगा, टीजर जारी

मुंबई सान्या मल्होत्रा को पिछली बार शाहरुख खान की फिल्म जवान में देखा गया था, जो सुपरहिट साबित हुई।इन दिनों...

शाहरूख खान ने फिल्म डंकी का पोस्टर शेयर कर लोगों को दीवाली की शुभकामना दी

मुंबई  बॉलीवुड के किंग खान शाहरूख खान ने अपनी आने वाली फिल्म डंकी का पोस्टर शेयर कर लोगों को दीवाली...

चीन ने इजराइल से तुरंत नाकाबंदी हटाने, गाजा में आपूर्ति प्रवाह की अनुमति देने का आह्वान किया

संयुक्त राष्ट्र  संयुक्त राष्ट्र में चीन के स्थायी प्रतिनिधि झांग जून ने इजराइल से गाजा की नाकाबंदी को तुरंत हटाने...

किन्नरों का इस दिन ले लिया आशीर्वाद तो सुखमयी हो जाएगा जीवन, कभी नहीं होगी पैसों की किल्लत

किन्नरों का आशीर्वाद लेना बेहद शुभ माना जाता है। लेकिन अगर किन्नरों की बदुआ ले ली जाए तो जीवन नरक...

अथर्व नाहर और आकांक्षा दुबे स्टारर फिल्म ‘बैंड बज गया दूल्हा फंस गया’ का ट्रेलर रिलीज

मुंबई,  राकी फिल्म्स एलएलपी बैनर के तले निर्मित भोजपुरी फिल्म ‘बैंड बज गया दूल्हा फँस गया’ का ट्रेलर रिलीज हो...

You may have missed

” सिनेमा एंड बियांड और नुक्कड़ कैफे द्वारा आयोजित “भारतीय सिनेमा में महिला लेखिकाओं एंव निर्देशकों का योगदान – एम.एल. नत्थानी कवि,लेखक, शिक्षाविद, भारतीय सिनेमा के लगभग 100 साल के इतिहास में महिला लेखिकाओं और निर्देशकों ने अपने कल्पनाशील विचारों एंव आधुनिक दृष्टिकोंण के साथ ही यथार्थवादी धरातल पर पुरुष पात्रों के ” संवेदनशील और साहसी पुरुषत्व ” को सिनेमा के सुनहरे पर्दे पर लगभग प्रत्येक दशक में अपनी अंतर्दृष्टि से रेखांकित किया है । अतीत से वर्तमान कालखंड में अनेक महिला फिल्मकारों ने सिनेमाई रुपहले पर्दे पर पुरानी सोच के रुढ़िवादी पुरुष पात्रों को नए परिवेश में आधुनिक दृष्टिकोंण के साथ ही मानवीय मूल्यों के प्रति संवेदनशील, बुद्धिमान होने के साथ ही अनंत गहराईयों को शिद्दत के साथ जिंदगी को जिन्दादिली के साथ जीने के लिए प्रतिबद्ध है । यह सिनेमाई पर्दे पर महिला फिल्मकारों की नई सोच और सृजन के अद्भुत हस्ताक्षर हैं । भारतीय सिनेमा के शुरूआती कालखंड में महिला फिल्मकारों में साहसी एंव प्रतिभावान फातिमा बेगम और देविका रानी उल्लेखनीय नाम हैं । समय के साथ महिला फिल्मकारों की भूमिका का चित्रण भी निरंतर बदलता रहा है । वस्तुतः सिनेमा के माध्यम से समाज में तेजी से बदलते जीवन मूल्यों को ” पुरुष पात्रों ” को महिला फिल्मकारों ने अपने आधुनिक नजरिए एंव पैनी अंतर्दृष्टि से विवधता के नए आयाम स्थापित किए हैं । महिला फिल्मकारों के सृजनशील सशक्त हस्ताक्षर :- ************************ 1 फातिमा बेगम – बुलबुल ए परिसतान 2 देविका रानी – कर्मा 3 नंदिता दास – फिराक 4 दीपा मेहता – फायर 5 अरुणा राजे – रिहाई 6 कल्पना लाजमी – रूदाली 7 अर्पणा सेन – मिस्टर एंड मिसेज अय्यर 8 मीरा नायर – मानसून वेडिंग 9 गुरविंदर चड्डा – बेंड इट लाइक बेकहम 10 अनुशा रिजवी – पीपली लाईव 11 किरण राव – धोबी घाट 12 भावना तलवार – धरम 13 रीमा कागती – तलाश 14 रेवती – मित्र माई फ्रेंड 15 मेघना गुलजार – तलवार, राजी,छपाक 16 गोरी शिंदे – इंग्लिश विंगलिश 17 जोया अख्तर – लक बाय चांस, जिंदगी ना मिलेगी दोबारा,दिल धड़कने दो 18 फराह खान – ओम शांति ओम, मैं हूं ना 19 कोंकणा सेन शर्मा – अ डेथ इन द गंज 20 लीना यादव – दि एंड निष्कर्ष :- इस तरह से भारतीय सिनेमा का इतिहास महिला फिल्मकारों के सृजनशील और सशक्तिकरण के नित नई सोच और आधुनिक दृष्टिकोंण का बदलता हुआ प्रतिबिंब है । आज महिला फिल्मकारों ने ग्लोबल स्तर पर अच्छे कंटेंट राईटर के कारण सिनेमा और ओटीटी प्लेटफार्म पर भी इस डिजिटल युग में वैश्विक पहचान बनाई है । भारतीय सिनेमा में अब पुरुषों को लेकर नए दृष्टिकोंण और वैश्विक स्तर के कंटेंट राईटर निरंतर सक्रियता के साथ महिला फिल्मकारों ने समाज में क्रांतिकारी बदलाव लाने में आधुनिक तकनीक और विज्ञान के साथ ही नए ” संवेदनशील और साहसी पुरुषत्व ” की सिनेमाई छबि को परिभाषित करने में कामयाब हुए हैं । सादर ।