छत्तीसगढ़

पार्टी में कहर ढाती दिखी सुष्मिता सेन ने दिवाली बैश में 19 साल पुरानी साड़ी दोबारा पहनी

मुंबई जहां पूरा देश दिवाली का त्योहार धूमधाम से मना रहा है, वहां हमारे बॉलीवुड सेलेब्स भी किसी से पीछे...

रजनीकांत अब फिल्म ‘लाल सलाम’ में नजर आने वाले हैं, टीजर रिलीज

मुंबई 'जेलर' में धमाल मचाने के बाद 'थलाइवा' रजनीकांत अब एक बार फिर फिल्मी पर्दे पर तहलका मचाने आ रहे...

टीम इंडिया का 15 को सेमीफाइनल में अब न्यू ज़ीलैण्ड से मुकाबला 15 को नूज़ीलैण्ड से भुड़ेगी रोहित सेना

नई दिल्ली. आईसीसी विश्व कप में सेमीफाइनल की तस्वीर पूरी तरह साफ हो गई है। अपने आखिरी लीग मैच में...

Chhattisgarh Assembly Election 2023: जाने लोगों के बीच किन नामों से जानें जाते हैं छत्‍तीसगढ़ के नेता

रायपुर राजनीति में राजनेताओं को न केवल तख्त और ताज मिल रहा है, बल्कि उन्हें नया नाम और पहचान भी...

परिणीति चोपड़ा और राघव चड्ढा के शादी के बाद पहली दिवाली की फोटोज की शेयर

देशभर में सभी लोगों ने धूमधाम से दिवाली का त्यौहार मनाया। सोशल मीडिया पर तस्वीरें भी शेयर कीं। आम से...

स्टेडियम में दस लाख से अधिक दर्शक ले चुके हैं विश्व कप का मजा

मुबंई दस लाख से अधिक क्रिकेट प्रेमी अब तक मौजूदा आईसीसी पुरुष क्रिकेट विश्व कप का स्टेडियम में बैठ कर...

टाइगर-3 देखते वक्त सलमान के फैंस ने खतरे में डाली दूसरों की जान, लोग बोले- इन्हें गिरफ्तार करो

नई दिल्ली. सलमान खान के फैंस ने बड़ी ही शर्मनाक हरकत की है। ये बात हम नहीं, सोशल मीडिया पर...

टीम इंडिया का फैंस को दिवाली का तोहफा, नीदरलैंड्स को 160 रन से हराया

बेंगलुरु. विश्व कप 2023 के आखिरी सीरीज मैच में भारत ने नीदरलैंड्स ने 160 रनों से हरा दिया। टीम इंडिया...

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” सिनेमा एंड बियांड और नुक्कड़ कैफे द्वारा आयोजित “भारतीय सिनेमा में महिला लेखिकाओं एंव निर्देशकों का योगदान – एम.एल. नत्थानी कवि,लेखक, शिक्षाविद, भारतीय सिनेमा के लगभग 100 साल के इतिहास में महिला लेखिकाओं और निर्देशकों ने अपने कल्पनाशील विचारों एंव आधुनिक दृष्टिकोंण के साथ ही यथार्थवादी धरातल पर पुरुष पात्रों के ” संवेदनशील और साहसी पुरुषत्व ” को सिनेमा के सुनहरे पर्दे पर लगभग प्रत्येक दशक में अपनी अंतर्दृष्टि से रेखांकित किया है । अतीत से वर्तमान कालखंड में अनेक महिला फिल्मकारों ने सिनेमाई रुपहले पर्दे पर पुरानी सोच के रुढ़िवादी पुरुष पात्रों को नए परिवेश में आधुनिक दृष्टिकोंण के साथ ही मानवीय मूल्यों के प्रति संवेदनशील, बुद्धिमान होने के साथ ही अनंत गहराईयों को शिद्दत के साथ जिंदगी को जिन्दादिली के साथ जीने के लिए प्रतिबद्ध है । यह सिनेमाई पर्दे पर महिला फिल्मकारों की नई सोच और सृजन के अद्भुत हस्ताक्षर हैं । भारतीय सिनेमा के शुरूआती कालखंड में महिला फिल्मकारों में साहसी एंव प्रतिभावान फातिमा बेगम और देविका रानी उल्लेखनीय नाम हैं । समय के साथ महिला फिल्मकारों की भूमिका का चित्रण भी निरंतर बदलता रहा है । वस्तुतः सिनेमा के माध्यम से समाज में तेजी से बदलते जीवन मूल्यों को ” पुरुष पात्रों ” को महिला फिल्मकारों ने अपने आधुनिक नजरिए एंव पैनी अंतर्दृष्टि से विवधता के नए आयाम स्थापित किए हैं । महिला फिल्मकारों के सृजनशील सशक्त हस्ताक्षर :- ************************ 1 फातिमा बेगम – बुलबुल ए परिसतान 2 देविका रानी – कर्मा 3 नंदिता दास – फिराक 4 दीपा मेहता – फायर 5 अरुणा राजे – रिहाई 6 कल्पना लाजमी – रूदाली 7 अर्पणा सेन – मिस्टर एंड मिसेज अय्यर 8 मीरा नायर – मानसून वेडिंग 9 गुरविंदर चड्डा – बेंड इट लाइक बेकहम 10 अनुशा रिजवी – पीपली लाईव 11 किरण राव – धोबी घाट 12 भावना तलवार – धरम 13 रीमा कागती – तलाश 14 रेवती – मित्र माई फ्रेंड 15 मेघना गुलजार – तलवार, राजी,छपाक 16 गोरी शिंदे – इंग्लिश विंगलिश 17 जोया अख्तर – लक बाय चांस, जिंदगी ना मिलेगी दोबारा,दिल धड़कने दो 18 फराह खान – ओम शांति ओम, मैं हूं ना 19 कोंकणा सेन शर्मा – अ डेथ इन द गंज 20 लीना यादव – दि एंड निष्कर्ष :- इस तरह से भारतीय सिनेमा का इतिहास महिला फिल्मकारों के सृजनशील और सशक्तिकरण के नित नई सोच और आधुनिक दृष्टिकोंण का बदलता हुआ प्रतिबिंब है । आज महिला फिल्मकारों ने ग्लोबल स्तर पर अच्छे कंटेंट राईटर के कारण सिनेमा और ओटीटी प्लेटफार्म पर भी इस डिजिटल युग में वैश्विक पहचान बनाई है । भारतीय सिनेमा में अब पुरुषों को लेकर नए दृष्टिकोंण और वैश्विक स्तर के कंटेंट राईटर निरंतर सक्रियता के साथ महिला फिल्मकारों ने समाज में क्रांतिकारी बदलाव लाने में आधुनिक तकनीक और विज्ञान के साथ ही नए ” संवेदनशील और साहसी पुरुषत्व ” की सिनेमाई छबि को परिभाषित करने में कामयाब हुए हैं । सादर ।