छत्तीसगढ़

यूरोगायनेकोलॉजी पर पहला राष्ट्रीय सम्मेलन आईएमएस यूरोग्नेकॉन 2023 का आयोजन

रायपुर. गायनेकोलॉजी कमिटी आॅफ इंडियन मेनोपॉज सोसायटी एवं डिपार्टमेंट आॅफ आॅब्स एंड गायनी पंडित जवाहरलाल नेहरू स्मृति चिकित्सा महाविद्यालय रायपुर...

मतदान का कम प्रतिशत भाजपा कांग्रेस से नाराजगी का परिचायक जितेगी आप-झा

रायपुर. आम आदमी पार्टी द्वारा रायपुर दक्षिण की प्रतिष्ठापूर्ण सीट पर पार्टी के प्रदेश का प्रवक्ता व कर्मचारी नेता विजय...

डीईओ ने अनुपस्थित 11 शिक्षक-शिक्षिकाओं को जारी किया शो-काज नोटिस

बीजापुर. जिले में दीपावली की छुट्टी के बाद से शिक्षण व्यवस्था में कसावट लाने के लिए जिला शिक्षा अधिकारी द्वारा...

बस्तर में धान की कटाई के बाद दियारी त्यौहार मनाने का सिलसिला हुआ शुरू

जगदलपुर. बस्तर में दीपावली एवं धान की कटाई के बाद से दियारी त्यौहार मनाने का सिलसिला शुरू हो गया है।...

सीमावर्ती क्षेत्र में 28 से 30 नवंबर तक शुष्क दिवस घोषित

सुकमा. कलेक्टर हरिस एस. द्वारा छत्तीसगढ़ आबकारी अधिनियम में प्रदत्त शक्तियों का प्रयोग करते हुए, पड़ोसी राज्य में जिला भद्राद्रि...

पश्चिमी देशों के नेताओं से भी होगा सामना, भारत नहीं आए थे, लेकिन वर्चुअल जी-20 समिट में पुतिन लेंगे हिस्सा

मॉस्को रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने सितंबर महीने में नई दिल्ली में हुए जी-20 समिट में हिस्सा नहीं लिया था।...

राज्यपाल ने नृत्य रहस्य पुस्तक का किया विमोचन

रायपुर. राज्यपाल विश्वभूषण हरिचंदन ने प्रसिद्ध ओडिशी नृत्यांगना श्रीमती पूर्णराऊत द्वारा लिखित पुस्तक नृत्य रहस्य द सेक्रेड मिस्टिक्स आॅफ डांस...

कांग्रेस को है परिणाम दोहराने की उम्मीद वहीं भाजपा को बढ़त की

ग्वालियर. इस बार के चुनाव में समूचे प्रदेश सहित ग्वालियर-चंबल अंचल में मतदान के बढ़े हुए प्रतिशत को लेकर राजनीतिक...

ग्रामीण वनाधिकार व राजस्व पट्टा के लालच में वनों की कर रहे हैंकटाई

नारायणपुर. जिला मुख्यालय से 25 किलोमीटर दूर अबूझमाड़ के कुंदला ग्राम के समीप के वनों में इन दिनों अवैध कटाई...

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” सिनेमा एंड बियांड और नुक्कड़ कैफे द्वारा आयोजित “भारतीय सिनेमा में महिला लेखिकाओं एंव निर्देशकों का योगदान – एम.एल. नत्थानी कवि,लेखक, शिक्षाविद, भारतीय सिनेमा के लगभग 100 साल के इतिहास में महिला लेखिकाओं और निर्देशकों ने अपने कल्पनाशील विचारों एंव आधुनिक दृष्टिकोंण के साथ ही यथार्थवादी धरातल पर पुरुष पात्रों के ” संवेदनशील और साहसी पुरुषत्व ” को सिनेमा के सुनहरे पर्दे पर लगभग प्रत्येक दशक में अपनी अंतर्दृष्टि से रेखांकित किया है । अतीत से वर्तमान कालखंड में अनेक महिला फिल्मकारों ने सिनेमाई रुपहले पर्दे पर पुरानी सोच के रुढ़िवादी पुरुष पात्रों को नए परिवेश में आधुनिक दृष्टिकोंण के साथ ही मानवीय मूल्यों के प्रति संवेदनशील, बुद्धिमान होने के साथ ही अनंत गहराईयों को शिद्दत के साथ जिंदगी को जिन्दादिली के साथ जीने के लिए प्रतिबद्ध है । यह सिनेमाई पर्दे पर महिला फिल्मकारों की नई सोच और सृजन के अद्भुत हस्ताक्षर हैं । भारतीय सिनेमा के शुरूआती कालखंड में महिला फिल्मकारों में साहसी एंव प्रतिभावान फातिमा बेगम और देविका रानी उल्लेखनीय नाम हैं । समय के साथ महिला फिल्मकारों की भूमिका का चित्रण भी निरंतर बदलता रहा है । वस्तुतः सिनेमा के माध्यम से समाज में तेजी से बदलते जीवन मूल्यों को ” पुरुष पात्रों ” को महिला फिल्मकारों ने अपने आधुनिक नजरिए एंव पैनी अंतर्दृष्टि से विवधता के नए आयाम स्थापित किए हैं । महिला फिल्मकारों के सृजनशील सशक्त हस्ताक्षर :- ************************ 1 फातिमा बेगम – बुलबुल ए परिसतान 2 देविका रानी – कर्मा 3 नंदिता दास – फिराक 4 दीपा मेहता – फायर 5 अरुणा राजे – रिहाई 6 कल्पना लाजमी – रूदाली 7 अर्पणा सेन – मिस्टर एंड मिसेज अय्यर 8 मीरा नायर – मानसून वेडिंग 9 गुरविंदर चड्डा – बेंड इट लाइक बेकहम 10 अनुशा रिजवी – पीपली लाईव 11 किरण राव – धोबी घाट 12 भावना तलवार – धरम 13 रीमा कागती – तलाश 14 रेवती – मित्र माई फ्रेंड 15 मेघना गुलजार – तलवार, राजी,छपाक 16 गोरी शिंदे – इंग्लिश विंगलिश 17 जोया अख्तर – लक बाय चांस, जिंदगी ना मिलेगी दोबारा,दिल धड़कने दो 18 फराह खान – ओम शांति ओम, मैं हूं ना 19 कोंकणा सेन शर्मा – अ डेथ इन द गंज 20 लीना यादव – दि एंड निष्कर्ष :- इस तरह से भारतीय सिनेमा का इतिहास महिला फिल्मकारों के सृजनशील और सशक्तिकरण के नित नई सोच और आधुनिक दृष्टिकोंण का बदलता हुआ प्रतिबिंब है । आज महिला फिल्मकारों ने ग्लोबल स्तर पर अच्छे कंटेंट राईटर के कारण सिनेमा और ओटीटी प्लेटफार्म पर भी इस डिजिटल युग में वैश्विक पहचान बनाई है । भारतीय सिनेमा में अब पुरुषों को लेकर नए दृष्टिकोंण और वैश्विक स्तर के कंटेंट राईटर निरंतर सक्रियता के साथ महिला फिल्मकारों ने समाज में क्रांतिकारी बदलाव लाने में आधुनिक तकनीक और विज्ञान के साथ ही नए ” संवेदनशील और साहसी पुरुषत्व ” की सिनेमाई छबि को परिभाषित करने में कामयाब हुए हैं । सादर ।