छत्तीसगढ़

जिले में 79.17 प्रतिशत से ज्यादा हुआ मतदान

अनूपपुर विधानसभा निर्वाचन मतदान की विभिन्न सूचनाओं की तीव्र जानकारी एवं वस्तुस्थिति की जानकारी हेतु मतदान प्रतिशत की जानकारी नियमित...

कांग्रेस नेता सलमान की हत्या में भाजपा प्रत्यासी अरविन्द्र पटैरिया पर हत्या का मुकदमा दर्ज

वीडी शर्मा के बेहद करीबी नेताओ पर मामला दर्ज खजुराहो  जिले के अब तक के चुनावी इतिहास की यह पहली...

सुब्रत रॉय का 75 वर्ष की उम्र में निधन : अब कौन संभालेगा सहारा का साम्राज्य, जमा पैसे का क्या होगा, जानें सबकुछ

नई दिल्ली बीते मंगलवार को सहारा समूह के संस्थापक सुब्रत रॉय का 75 वर्ष की उम्र में निधन हो गया।...

अब महिलाएं यूट्यूब पर बना सकेंगी ब्रेस्टफीडिंग संबंधी वीडियो, कंपनी करेगी मोनेटाइज

अब महिलाएं यूट्यूब पर बना सकेंगी ब्रेस्टफीडिंग संबंधी वीडियो, कंपनी करेगी मोनेटाइज सैन फ्रांसिस्को  गूगल के स्वामित्व वाला यूट्यूब ब्रेस्टफीडिंग...

देश के व्यापार एवं आर्थिक चक्र को घुमाते हैं त्यौहार, हर साल तीर्थस्थलों व शादियों का कारोबार 25 लाख करोड़ रुपये

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बेटे-बहु के साथ बाबा ने किया मतदान, बोले- पार्टी जो जिम्मेदारी देगी मैं तैयार हूं

अंबिकापुर अंबिकापुर विधानसभा से कांग्रेस प्रत्याशी व उप मुख्यमंत्री टीएस सिंहदेव ने सरगुजा राज परिवार की बहू त्रिशला सिंहदेव एवं...

जनसम्पर्क आयुक्त ने धर्मपत्नी के साथ किया मतदान

रायपुर कुरुद विधानसभा क्षेत्र से भाजपा प्रत्याशी अजय चंद्राकर ने अपनी धर्मपत्नी व बेटे के साथ अपने मतदान का प्रयोग...

World Cup 2023 में ये 5 खिलाड़ी जो बन सकते हैं प्लेयर ऑफ द टूर्नामेंट, विराट कोहली को साथी खिलाड़ी से मिल रही कड़ी टक्कर

मुंबई  वनडे वर्ल्ड कप 2023 अब आखिरी पड़ाव पर है. भारतीय टीम खिताब से एक जीत दूर है. फाइनल में...

बुजुर्ग-युवा, महिला-पुरूष के साथ हर वर्ग के मतदाताओं में मतदान को लेकर भारी उत्साह

रायपुर विधानसभा चुनाव-2023 के लिए शुक्रवार सुबह से मतदान जारी है। बुजुर्ग-युवा, महिला-पुरूष, दिव्यांग-ट्रांसजेण्डर हर वर्ग के मतदाताओं ने मतदान...

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” सिनेमा एंड बियांड और नुक्कड़ कैफे द्वारा आयोजित “भारतीय सिनेमा में महिला लेखिकाओं एंव निर्देशकों का योगदान – एम.एल. नत्थानी कवि,लेखक, शिक्षाविद, भारतीय सिनेमा के लगभग 100 साल के इतिहास में महिला लेखिकाओं और निर्देशकों ने अपने कल्पनाशील विचारों एंव आधुनिक दृष्टिकोंण के साथ ही यथार्थवादी धरातल पर पुरुष पात्रों के ” संवेदनशील और साहसी पुरुषत्व ” को सिनेमा के सुनहरे पर्दे पर लगभग प्रत्येक दशक में अपनी अंतर्दृष्टि से रेखांकित किया है । अतीत से वर्तमान कालखंड में अनेक महिला फिल्मकारों ने सिनेमाई रुपहले पर्दे पर पुरानी सोच के रुढ़िवादी पुरुष पात्रों को नए परिवेश में आधुनिक दृष्टिकोंण के साथ ही मानवीय मूल्यों के प्रति संवेदनशील, बुद्धिमान होने के साथ ही अनंत गहराईयों को शिद्दत के साथ जिंदगी को जिन्दादिली के साथ जीने के लिए प्रतिबद्ध है । यह सिनेमाई पर्दे पर महिला फिल्मकारों की नई सोच और सृजन के अद्भुत हस्ताक्षर हैं । भारतीय सिनेमा के शुरूआती कालखंड में महिला फिल्मकारों में साहसी एंव प्रतिभावान फातिमा बेगम और देविका रानी उल्लेखनीय नाम हैं । समय के साथ महिला फिल्मकारों की भूमिका का चित्रण भी निरंतर बदलता रहा है । वस्तुतः सिनेमा के माध्यम से समाज में तेजी से बदलते जीवन मूल्यों को ” पुरुष पात्रों ” को महिला फिल्मकारों ने अपने आधुनिक नजरिए एंव पैनी अंतर्दृष्टि से विवधता के नए आयाम स्थापित किए हैं । महिला फिल्मकारों के सृजनशील सशक्त हस्ताक्षर :- ************************ 1 फातिमा बेगम – बुलबुल ए परिसतान 2 देविका रानी – कर्मा 3 नंदिता दास – फिराक 4 दीपा मेहता – फायर 5 अरुणा राजे – रिहाई 6 कल्पना लाजमी – रूदाली 7 अर्पणा सेन – मिस्टर एंड मिसेज अय्यर 8 मीरा नायर – मानसून वेडिंग 9 गुरविंदर चड्डा – बेंड इट लाइक बेकहम 10 अनुशा रिजवी – पीपली लाईव 11 किरण राव – धोबी घाट 12 भावना तलवार – धरम 13 रीमा कागती – तलाश 14 रेवती – मित्र माई फ्रेंड 15 मेघना गुलजार – तलवार, राजी,छपाक 16 गोरी शिंदे – इंग्लिश विंगलिश 17 जोया अख्तर – लक बाय चांस, जिंदगी ना मिलेगी दोबारा,दिल धड़कने दो 18 फराह खान – ओम शांति ओम, मैं हूं ना 19 कोंकणा सेन शर्मा – अ डेथ इन द गंज 20 लीना यादव – दि एंड निष्कर्ष :- इस तरह से भारतीय सिनेमा का इतिहास महिला फिल्मकारों के सृजनशील और सशक्तिकरण के नित नई सोच और आधुनिक दृष्टिकोंण का बदलता हुआ प्रतिबिंब है । आज महिला फिल्मकारों ने ग्लोबल स्तर पर अच्छे कंटेंट राईटर के कारण सिनेमा और ओटीटी प्लेटफार्म पर भी इस डिजिटल युग में वैश्विक पहचान बनाई है । भारतीय सिनेमा में अब पुरुषों को लेकर नए दृष्टिकोंण और वैश्विक स्तर के कंटेंट राईटर निरंतर सक्रियता के साथ महिला फिल्मकारों ने समाज में क्रांतिकारी बदलाव लाने में आधुनिक तकनीक और विज्ञान के साथ ही नए ” संवेदनशील और साहसी पुरुषत्व ” की सिनेमाई छबि को परिभाषित करने में कामयाब हुए हैं । सादर ।