छत्तीसगढ़

गजब का प्रबंधन! सेवानिवृत्ति से तीन दिन पहले तबादला, इंजीनियर बोला- जनता के पैसे की बर्बादी

बिलासपुर. सेवानिवृत्ति से तीन दिन पहले छत्तीसगढ़ के बिलासपुर से दिल्ली स्थानांतरित करने के लिए रेलवे बोर्ड के आदेश के...

इंग्लैंड के खिलाफ मौके का पूरा फायदा उठाना चाहेगी भारतीय महिला ‘ए’ टीम

मुंबई. भारतीय महिला 'ए' टीम बुधवार से इंग्लैंड के खिलाफ यहां शुरू होने वाली तीन मैचों की टी20 श्रृंखला में...

लोकसभा चुनाव को मद्देनजर भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चा बनाएगा एक नयी रणनीति

 भोपाल विधानसभा चुनाव में इस बार भले ही  रिकार्डतोड़ 76.22 फीसदी मतदान हुआ है। अल्पसंख्यक मोर्चा मतगणना के बाद विधानसभा...

भारत जूनियर महिला हॉकी विश्व कप में कनाडा के खिलाफ जीत के साथ अभियान शुरू करना चाहेगा

सैंटियागो (चिली). भारतीय टीम एफआईएच (अंतरराष्ट्रीय हॉकी महासंघ) महिला जूनियर हॉकी विश्व कप में बुधवार को कनाडा के खिलाफ जीत...

भाजपा बोली- कांग्रेस के दबाव में चुनाव आयोग, सुशील का पलटवार- हार के डर से बौखलाई बीजेपी

रायपुर. छत्तीसगढ़ में चुनाव खत्म होने के बाद अब कांग्रेस-भाजपा एक दूसरे पर जमकर निशाना साध रहे हैं। आरोप प्रत्यारोप...

कबीरधाम : इंटरस्टेट डीजल चोर गिरफ्तार, बोलेरो से आकर ट्रक से चुराते थे डीजल

कबीरधाम. छत्तीसगढ़ के कबीरधाम जिले में चोरी का अजब-गजब मामला सामने आया है। यह मामला बोड़ला थाना क्षेत्र का है।...

इमरान हाशमी ने कभी ऐश्वर्या राय को कहा ‘प्लास्टिक’, अब की उनकी तारीफ

मुंबई इमरान हाशमी ने कभी ऐश्वर्या राय को 'प्लास्टिक' कह दिया था, और अब उनकी तारीफ की है। साथ ही...

फलस्तीन के झंडे का स्टीकर लगाने पर आजम पर लगे जुर्माने को पीसीबी ने माफ किया

कराची. पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) ने राष्ट्रीय टी20 चैंपियनशिप के दौरान अपने बल्ले पर फलस्तीन के झंडे का इस्तेमाल करने...

कांग्रेस 27 से 30 नवंबर तक मतगणना एजेंट्स को देगी ट्रेनिंग, प्रदेश से भेजे जाएंगे मास्टर ट्रेनर

रायपुर. छत्तीसगढ़ में मतदान की गणना होने में कुछ ही दिन बचे हैं। कांग्रेस भाजपा दोनों ही राजनीतिक पार्टी ने...

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” सिनेमा एंड बियांड और नुक्कड़ कैफे द्वारा आयोजित “भारतीय सिनेमा में महिला लेखिकाओं एंव निर्देशकों का योगदान – एम.एल. नत्थानी कवि,लेखक, शिक्षाविद, भारतीय सिनेमा के लगभग 100 साल के इतिहास में महिला लेखिकाओं और निर्देशकों ने अपने कल्पनाशील विचारों एंव आधुनिक दृष्टिकोंण के साथ ही यथार्थवादी धरातल पर पुरुष पात्रों के ” संवेदनशील और साहसी पुरुषत्व ” को सिनेमा के सुनहरे पर्दे पर लगभग प्रत्येक दशक में अपनी अंतर्दृष्टि से रेखांकित किया है । अतीत से वर्तमान कालखंड में अनेक महिला फिल्मकारों ने सिनेमाई रुपहले पर्दे पर पुरानी सोच के रुढ़िवादी पुरुष पात्रों को नए परिवेश में आधुनिक दृष्टिकोंण के साथ ही मानवीय मूल्यों के प्रति संवेदनशील, बुद्धिमान होने के साथ ही अनंत गहराईयों को शिद्दत के साथ जिंदगी को जिन्दादिली के साथ जीने के लिए प्रतिबद्ध है । यह सिनेमाई पर्दे पर महिला फिल्मकारों की नई सोच और सृजन के अद्भुत हस्ताक्षर हैं । भारतीय सिनेमा के शुरूआती कालखंड में महिला फिल्मकारों में साहसी एंव प्रतिभावान फातिमा बेगम और देविका रानी उल्लेखनीय नाम हैं । समय के साथ महिला फिल्मकारों की भूमिका का चित्रण भी निरंतर बदलता रहा है । वस्तुतः सिनेमा के माध्यम से समाज में तेजी से बदलते जीवन मूल्यों को ” पुरुष पात्रों ” को महिला फिल्मकारों ने अपने आधुनिक नजरिए एंव पैनी अंतर्दृष्टि से विवधता के नए आयाम स्थापित किए हैं । महिला फिल्मकारों के सृजनशील सशक्त हस्ताक्षर :- ************************ 1 फातिमा बेगम – बुलबुल ए परिसतान 2 देविका रानी – कर्मा 3 नंदिता दास – फिराक 4 दीपा मेहता – फायर 5 अरुणा राजे – रिहाई 6 कल्पना लाजमी – रूदाली 7 अर्पणा सेन – मिस्टर एंड मिसेज अय्यर 8 मीरा नायर – मानसून वेडिंग 9 गुरविंदर चड्डा – बेंड इट लाइक बेकहम 10 अनुशा रिजवी – पीपली लाईव 11 किरण राव – धोबी घाट 12 भावना तलवार – धरम 13 रीमा कागती – तलाश 14 रेवती – मित्र माई फ्रेंड 15 मेघना गुलजार – तलवार, राजी,छपाक 16 गोरी शिंदे – इंग्लिश विंगलिश 17 जोया अख्तर – लक बाय चांस, जिंदगी ना मिलेगी दोबारा,दिल धड़कने दो 18 फराह खान – ओम शांति ओम, मैं हूं ना 19 कोंकणा सेन शर्मा – अ डेथ इन द गंज 20 लीना यादव – दि एंड निष्कर्ष :- इस तरह से भारतीय सिनेमा का इतिहास महिला फिल्मकारों के सृजनशील और सशक्तिकरण के नित नई सोच और आधुनिक दृष्टिकोंण का बदलता हुआ प्रतिबिंब है । आज महिला फिल्मकारों ने ग्लोबल स्तर पर अच्छे कंटेंट राईटर के कारण सिनेमा और ओटीटी प्लेटफार्म पर भी इस डिजिटल युग में वैश्विक पहचान बनाई है । भारतीय सिनेमा में अब पुरुषों को लेकर नए दृष्टिकोंण और वैश्विक स्तर के कंटेंट राईटर निरंतर सक्रियता के साथ महिला फिल्मकारों ने समाज में क्रांतिकारी बदलाव लाने में आधुनिक तकनीक और विज्ञान के साथ ही नए ” संवेदनशील और साहसी पुरुषत्व ” की सिनेमाई छबि को परिभाषित करने में कामयाब हुए हैं । सादर ।