छत्तीसगढ़

*वरिष्ठ पत्रकार कौशल शर्मा जी का जन्मदिन इंडियन काफी हॉउस में बड़े धूम धाम से मनाया गया* .*…वरिष्ठ नागरिक जन उपस्तिथ रहे*

*वरिष्ठ पत्रकार कौशल शर्मा जी का जन्मदिन इंडियन काफी हॉउस में बड़े धूम धाम से मनाया गया* .*...वरिष्ठ नागरिक जन...

*काठाडीह बी.एस. यु.पी. कॉलोनी के जनसमस्याओ का निराकरण न होने पर निगम में प्रदर्शन करेंगें*

*काठाडीह बी.एस. यु.पी. कॉलोनी के जनसमस्याओ का निराकरण न होने पर निगम में प्रदर्शन करेंगें*     छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस...

*स्वामी आत्मानंद अंग्रेजी माध्यम स्कूल देवभोग से प्रयास के लिए हुआ पांच छात्रों का चयन*

*स्वामी आत्मानंद अंग्रेजी माध्यम स्कूल देवभोग से प्रयास के लिए हुआ पांच छात्रों का चयन*     देवभोग _ प्रयास...

*लोकसभा चुनाव में भाजपा की शानदार विजय के लिए मतदाताओं का अभिनंदन : चवन लाल बघेल*

*लोकसभा चुनाव में भाजपा की शानदार विजय के लिए मतदाताओं का अभिनंदन : चवन लाल बघेल*     आज दिनांक...

*डुंडा , दुर्गा विहार कालोनी के लोग सीसी रोड, निर्माण को लेकर चक्का जाम की दी चेतावनी स्थानीय पार्षद भी होंगे शामिल…*

*डुंडा , दुर्गा विहार कालोनी के लोग सीसी रोड, निर्माण को लेकर चक्का जाम की दी चेतावनी स्थानीय पार्षद भी...

*डुंडा ,कमल विहार से लगे दुर्गा विहार कालोनी के लोग सीसी रोड, निर्माण को लेकर चक्का जाम की दी चेतावनी स्थानीय पार्षद भी होंगे शामिल…*

*डुंडा ,कमल विहार से लगे दुर्गा विहार कालोनी के लोग सीसी रोड, निर्माण को लेकर चक्का जाम की दी चेतावनी...

*ओबीसी महासभा ने 22 बिन्दुओं पर मुख्यमंत्री के नाम विधानसभा सत्र के दौरान विधायकों को सौंपा ज्ञापन*

*ओबीसी महासभा ने 22 बिन्दुओं पर मुख्यमंत्री के नाम विधानसभा सत्र के दौरान विधायकों को सौंपा ज्ञापन*     *ओबीसी...

*देश को समृद्ध करने वाला बजट – मिर्जा एजाज़ बेग*

*देश को समृद्ध करने वाला बजट - मिर्जा एजाज़ बेग*     रायपुर 24 जुलाई। भारतीय जनता पार्टी प्रदेश कार्यसमिति...

*प्रदेशअध्यक्ष ओबीसी राधेश्याम के कुशल नेतृत्व में ओबीसी महासभा का मासिक समीक्षा बैठक सम्पन्न*

*प्रदेशअध्यक्ष ओबीसी राधेश्याम के कुशल नेतृत्व में ओबीसी महासभा का मासिक समीक्षा बैठक सम्पन्न*     *विधायकों को ज्ञापन देने...

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” सिनेमा एंड बियांड और नुक्कड़ कैफे द्वारा आयोजित “भारतीय सिनेमा में महिला लेखिकाओं एंव निर्देशकों का योगदान – एम.एल. नत्थानी कवि,लेखक, शिक्षाविद, भारतीय सिनेमा के लगभग 100 साल के इतिहास में महिला लेखिकाओं और निर्देशकों ने अपने कल्पनाशील विचारों एंव आधुनिक दृष्टिकोंण के साथ ही यथार्थवादी धरातल पर पुरुष पात्रों के ” संवेदनशील और साहसी पुरुषत्व ” को सिनेमा के सुनहरे पर्दे पर लगभग प्रत्येक दशक में अपनी अंतर्दृष्टि से रेखांकित किया है । अतीत से वर्तमान कालखंड में अनेक महिला फिल्मकारों ने सिनेमाई रुपहले पर्दे पर पुरानी सोच के रुढ़िवादी पुरुष पात्रों को नए परिवेश में आधुनिक दृष्टिकोंण के साथ ही मानवीय मूल्यों के प्रति संवेदनशील, बुद्धिमान होने के साथ ही अनंत गहराईयों को शिद्दत के साथ जिंदगी को जिन्दादिली के साथ जीने के लिए प्रतिबद्ध है । यह सिनेमाई पर्दे पर महिला फिल्मकारों की नई सोच और सृजन के अद्भुत हस्ताक्षर हैं । भारतीय सिनेमा के शुरूआती कालखंड में महिला फिल्मकारों में साहसी एंव प्रतिभावान फातिमा बेगम और देविका रानी उल्लेखनीय नाम हैं । समय के साथ महिला फिल्मकारों की भूमिका का चित्रण भी निरंतर बदलता रहा है । वस्तुतः सिनेमा के माध्यम से समाज में तेजी से बदलते जीवन मूल्यों को ” पुरुष पात्रों ” को महिला फिल्मकारों ने अपने आधुनिक नजरिए एंव पैनी अंतर्दृष्टि से विवधता के नए आयाम स्थापित किए हैं । महिला फिल्मकारों के सृजनशील सशक्त हस्ताक्षर :- ************************ 1 फातिमा बेगम – बुलबुल ए परिसतान 2 देविका रानी – कर्मा 3 नंदिता दास – फिराक 4 दीपा मेहता – फायर 5 अरुणा राजे – रिहाई 6 कल्पना लाजमी – रूदाली 7 अर्पणा सेन – मिस्टर एंड मिसेज अय्यर 8 मीरा नायर – मानसून वेडिंग 9 गुरविंदर चड्डा – बेंड इट लाइक बेकहम 10 अनुशा रिजवी – पीपली लाईव 11 किरण राव – धोबी घाट 12 भावना तलवार – धरम 13 रीमा कागती – तलाश 14 रेवती – मित्र माई फ्रेंड 15 मेघना गुलजार – तलवार, राजी,छपाक 16 गोरी शिंदे – इंग्लिश विंगलिश 17 जोया अख्तर – लक बाय चांस, जिंदगी ना मिलेगी दोबारा,दिल धड़कने दो 18 फराह खान – ओम शांति ओम, मैं हूं ना 19 कोंकणा सेन शर्मा – अ डेथ इन द गंज 20 लीना यादव – दि एंड निष्कर्ष :- इस तरह से भारतीय सिनेमा का इतिहास महिला फिल्मकारों के सृजनशील और सशक्तिकरण के नित नई सोच और आधुनिक दृष्टिकोंण का बदलता हुआ प्रतिबिंब है । आज महिला फिल्मकारों ने ग्लोबल स्तर पर अच्छे कंटेंट राईटर के कारण सिनेमा और ओटीटी प्लेटफार्म पर भी इस डिजिटल युग में वैश्विक पहचान बनाई है । भारतीय सिनेमा में अब पुरुषों को लेकर नए दृष्टिकोंण और वैश्विक स्तर के कंटेंट राईटर निरंतर सक्रियता के साथ महिला फिल्मकारों ने समाज में क्रांतिकारी बदलाव लाने में आधुनिक तकनीक और विज्ञान के साथ ही नए ” संवेदनशील और साहसी पुरुषत्व ” की सिनेमाई छबि को परिभाषित करने में कामयाब हुए हैं । सादर ।