छत्तीसगढ़

इंदौर के 107 पोलिंग बूथ ऐसे थे, 
जहां पर 90 प्रतिशत से अधिक मतदान हुआ

इंदौर  इंदौर जिले में विधानसभा चुनाव में शत-प्रतिशत मतदान के लक्ष्य को लेकर जिला निर्वाचन कार्यालय ने लगातार मतदाता जागरूकता...

दर्दनाक : पिता ने तीन बच्चों के साथ नदी में लगाई छलांग, दो बेटों की मौत, बाप-बेटी जिंदा बचे

खरगोन खरगोन शहर से करीब 5 किमी दूर उमरखली रोड़ पर वाटर वर्क के समीप रविवार शाम उस वक्त अफरातफरी...

शाजापुर कांग्रेस जिलाध्यक्ष को पद से हटाया, पार्टी के खिलाफ काम करने का आरोप

शाजापुर मध्य प्रदेश कांग्रेस ने शाजापुर जिलाध्यक्ष योगेंद्र सिंह बंटी को पद से हटा दिया है। उन पर चुनाव में...

भाजपा ने सलमान की हत्या की जांच के लिए पुलिस को दिया ज्ञापन

छतरपुर छतरपुर जिले की राजनगर विधानसभा में मतदान के दिन कांग्रेस विधायक विक्रम सिंह नाती राजा के साथी ड्राइवर सलमान...

शांतिपूर्ण तरीके से निर्वाचन हुआ संपन्न

मतदान दलों का वापसी में हुआ स्वागत, स्वरुचि भोज की रही व्यवस्था अनूपपुर विधानसभा निर्वाचन 2023 की संपूर्ण निर्वाचन प्रक्रिया...

महापर्व छठ पूजा का पारण, भोपाल में भी उगते सूर्य को महिलाओं ने दिया अर्घ्य

भोपाल "कांच ही बांस के बहंगिया, बहंगी लचकत जाय," “मारवो रे सुगवा धनुष फेक, सुग्गवा गिरय मुरझाय”, “पहिले पहिले छठी...

वेस्टर्न डिस्टर्बेंस की वजह से नवंबर में पहली बार बारिश होने के आसार

भोपाल मध्यप्रदेश के पश्चिमी हिस्से में 27-28 नवंबर को हल्की बारिश हो सकती है। वेस्टर्न डिस्टर्बेंस की वजह से इस...

भिंड जिले के अटेर विधानसभा क्षेत्र के मतदान केंद्र क्रमांक 71-किशुपुरा नंबर-3 में पुनर्मतदान के आदेश

भोपाल भारत निर्वाचन आयोग ने भिंड जिले के 09- अटेर विधानसभा क्षेत्र के मतदान केंद्र क्रमांक 71- किशुपुरा नंबर-3 में...

प्राथमिक व माध्यमिक शाला की अर्द्धवार्षिक परीक्षा 23 से 30 नवंबर तक

कांकेर जिले में शिक्षा सत्र 2023-24 के अंतर्गत प्राथमिक शाला एवं माध्यमिक शाला की अर्द्धवार्षिक परीक्षा 23 नवंबर से शुरू...

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” सिनेमा एंड बियांड और नुक्कड़ कैफे द्वारा आयोजित “भारतीय सिनेमा में महिला लेखिकाओं एंव निर्देशकों का योगदान – एम.एल. नत्थानी कवि,लेखक, शिक्षाविद, भारतीय सिनेमा के लगभग 100 साल के इतिहास में महिला लेखिकाओं और निर्देशकों ने अपने कल्पनाशील विचारों एंव आधुनिक दृष्टिकोंण के साथ ही यथार्थवादी धरातल पर पुरुष पात्रों के ” संवेदनशील और साहसी पुरुषत्व ” को सिनेमा के सुनहरे पर्दे पर लगभग प्रत्येक दशक में अपनी अंतर्दृष्टि से रेखांकित किया है । अतीत से वर्तमान कालखंड में अनेक महिला फिल्मकारों ने सिनेमाई रुपहले पर्दे पर पुरानी सोच के रुढ़िवादी पुरुष पात्रों को नए परिवेश में आधुनिक दृष्टिकोंण के साथ ही मानवीय मूल्यों के प्रति संवेदनशील, बुद्धिमान होने के साथ ही अनंत गहराईयों को शिद्दत के साथ जिंदगी को जिन्दादिली के साथ जीने के लिए प्रतिबद्ध है । यह सिनेमाई पर्दे पर महिला फिल्मकारों की नई सोच और सृजन के अद्भुत हस्ताक्षर हैं । भारतीय सिनेमा के शुरूआती कालखंड में महिला फिल्मकारों में साहसी एंव प्रतिभावान फातिमा बेगम और देविका रानी उल्लेखनीय नाम हैं । समय के साथ महिला फिल्मकारों की भूमिका का चित्रण भी निरंतर बदलता रहा है । वस्तुतः सिनेमा के माध्यम से समाज में तेजी से बदलते जीवन मूल्यों को ” पुरुष पात्रों ” को महिला फिल्मकारों ने अपने आधुनिक नजरिए एंव पैनी अंतर्दृष्टि से विवधता के नए आयाम स्थापित किए हैं । महिला फिल्मकारों के सृजनशील सशक्त हस्ताक्षर :- ************************ 1 फातिमा बेगम – बुलबुल ए परिसतान 2 देविका रानी – कर्मा 3 नंदिता दास – फिराक 4 दीपा मेहता – फायर 5 अरुणा राजे – रिहाई 6 कल्पना लाजमी – रूदाली 7 अर्पणा सेन – मिस्टर एंड मिसेज अय्यर 8 मीरा नायर – मानसून वेडिंग 9 गुरविंदर चड्डा – बेंड इट लाइक बेकहम 10 अनुशा रिजवी – पीपली लाईव 11 किरण राव – धोबी घाट 12 भावना तलवार – धरम 13 रीमा कागती – तलाश 14 रेवती – मित्र माई फ्रेंड 15 मेघना गुलजार – तलवार, राजी,छपाक 16 गोरी शिंदे – इंग्लिश विंगलिश 17 जोया अख्तर – लक बाय चांस, जिंदगी ना मिलेगी दोबारा,दिल धड़कने दो 18 फराह खान – ओम शांति ओम, मैं हूं ना 19 कोंकणा सेन शर्मा – अ डेथ इन द गंज 20 लीना यादव – दि एंड निष्कर्ष :- इस तरह से भारतीय सिनेमा का इतिहास महिला फिल्मकारों के सृजनशील और सशक्तिकरण के नित नई सोच और आधुनिक दृष्टिकोंण का बदलता हुआ प्रतिबिंब है । आज महिला फिल्मकारों ने ग्लोबल स्तर पर अच्छे कंटेंट राईटर के कारण सिनेमा और ओटीटी प्लेटफार्म पर भी इस डिजिटल युग में वैश्विक पहचान बनाई है । भारतीय सिनेमा में अब पुरुषों को लेकर नए दृष्टिकोंण और वैश्विक स्तर के कंटेंट राईटर निरंतर सक्रियता के साथ महिला फिल्मकारों ने समाज में क्रांतिकारी बदलाव लाने में आधुनिक तकनीक और विज्ञान के साथ ही नए ” संवेदनशील और साहसी पुरुषत्व ” की सिनेमाई छबि को परिभाषित करने में कामयाब हुए हैं । सादर ।