छत्तीसगढ़

जनवरी 2024 तक तैयार हो जाएगी राम मंदिर की पहली मंजिल: समिति के अध्यक्ष नृपेंद्र मिश्रा

अयोध्या (यूपी) राम मंदिर की पहली मंजिल का उद्घाटन भी अगले साल 22 जनवरी तक होने की उम्‍मीद है, जब...

नाइजीरिया : इस्लामी विद्रोहियों ने 11 किसानों की हत्या की, खाद्य आपूर्ति को लेकर संकट गहराया

नाइजीरिया : इस्लामी विद्रोहियों ने 11 किसानों की हत्या की, खाद्य आपूर्ति को लेकर संकट गहराया मैदुगुड़ी नाइजीरिया के उत्तरपूर्व...

रश्मिका मंदाना डीपफेक वीडियो मामला: मृणाल ठाकुर, नागा चैतन्य ने की कार्रवाई की मांग

डीपफेक वीडियो मामले में समर्थन के लिए रश्मिका ने अमिताभ बच्चन को कहा धन्यवाद मुंबई सोशल मीडिया पर रश्मिका मंदाना...

मणिरत्नम की फिल्म ठग लाइफ मे काम करेंगे कमल हसन

मणिरत्नम की फिल्म ठग लाइफ मे काम करेंगे कमल हसन मुंबई  दक्षिण भारतीय फिल्मों के सुपरस्टार कमल हसन फिल्मकार मणिरत्नम...

पाकिस्तान का अगला प्रधानमंत्री लाहौर से नहीं होगा: बिलावल भुट्टो

कराची पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) के अध्यक्ष बिलावल भुट्टो जरदारी ने पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) के सुप्रीमो नवाज शरीफ पर...

भारत ने थाइलैंड को दुनिया की सबसे तेज ब्रह्मोस मिसाइल का दिया ऑफर

बैंकाक चीन की दादागिरी से जूझ रहे आसियान के एक और सदस्‍य देश थाइलैंड ने भारत की सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल...

त्रिशंकु विधानसभा नहीं होगी, एमएनएफ चुनाव में जीत हासिल करेगी : जोरमथांगा

आइजोल मिजोरम में सत्तारूढ़ मिजो नेशनल फ्रंट (एमएनएफ) के जीत हासिल करने और त्रिशंकु विधानसभा न होने का विश्वास जताते...

देश की इस्पात विनिर्माण क्षमता 16.1 करोड़ टन के पार हुई : नागेंद्र नाथ सिन्हा

देश की इस्पात विनिर्माण क्षमता 16.1 करोड़ टन के पार हुई :  नागेंद्र नाथ सिन्हा नई दिल्ली  देश की इस्पात...

मतदाताओं को रोकने नक्सलियों ने किया गोलीबारी, दागे बीजीएल

सुकमा बस्तर संभाग में विधानसभा चुनाव के पहले चरण के मतदान के बीच पुलिस और नक्सलियों के बीच फायरिंग हुई...

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” सिनेमा एंड बियांड और नुक्कड़ कैफे द्वारा आयोजित “भारतीय सिनेमा में महिला लेखिकाओं एंव निर्देशकों का योगदान – एम.एल. नत्थानी कवि,लेखक, शिक्षाविद, भारतीय सिनेमा के लगभग 100 साल के इतिहास में महिला लेखिकाओं और निर्देशकों ने अपने कल्पनाशील विचारों एंव आधुनिक दृष्टिकोंण के साथ ही यथार्थवादी धरातल पर पुरुष पात्रों के ” संवेदनशील और साहसी पुरुषत्व ” को सिनेमा के सुनहरे पर्दे पर लगभग प्रत्येक दशक में अपनी अंतर्दृष्टि से रेखांकित किया है । अतीत से वर्तमान कालखंड में अनेक महिला फिल्मकारों ने सिनेमाई रुपहले पर्दे पर पुरानी सोच के रुढ़िवादी पुरुष पात्रों को नए परिवेश में आधुनिक दृष्टिकोंण के साथ ही मानवीय मूल्यों के प्रति संवेदनशील, बुद्धिमान होने के साथ ही अनंत गहराईयों को शिद्दत के साथ जिंदगी को जिन्दादिली के साथ जीने के लिए प्रतिबद्ध है । यह सिनेमाई पर्दे पर महिला फिल्मकारों की नई सोच और सृजन के अद्भुत हस्ताक्षर हैं । भारतीय सिनेमा के शुरूआती कालखंड में महिला फिल्मकारों में साहसी एंव प्रतिभावान फातिमा बेगम और देविका रानी उल्लेखनीय नाम हैं । समय के साथ महिला फिल्मकारों की भूमिका का चित्रण भी निरंतर बदलता रहा है । वस्तुतः सिनेमा के माध्यम से समाज में तेजी से बदलते जीवन मूल्यों को ” पुरुष पात्रों ” को महिला फिल्मकारों ने अपने आधुनिक नजरिए एंव पैनी अंतर्दृष्टि से विवधता के नए आयाम स्थापित किए हैं । महिला फिल्मकारों के सृजनशील सशक्त हस्ताक्षर :- ************************ 1 फातिमा बेगम – बुलबुल ए परिसतान 2 देविका रानी – कर्मा 3 नंदिता दास – फिराक 4 दीपा मेहता – फायर 5 अरुणा राजे – रिहाई 6 कल्पना लाजमी – रूदाली 7 अर्पणा सेन – मिस्टर एंड मिसेज अय्यर 8 मीरा नायर – मानसून वेडिंग 9 गुरविंदर चड्डा – बेंड इट लाइक बेकहम 10 अनुशा रिजवी – पीपली लाईव 11 किरण राव – धोबी घाट 12 भावना तलवार – धरम 13 रीमा कागती – तलाश 14 रेवती – मित्र माई फ्रेंड 15 मेघना गुलजार – तलवार, राजी,छपाक 16 गोरी शिंदे – इंग्लिश विंगलिश 17 जोया अख्तर – लक बाय चांस, जिंदगी ना मिलेगी दोबारा,दिल धड़कने दो 18 फराह खान – ओम शांति ओम, मैं हूं ना 19 कोंकणा सेन शर्मा – अ डेथ इन द गंज 20 लीना यादव – दि एंड निष्कर्ष :- इस तरह से भारतीय सिनेमा का इतिहास महिला फिल्मकारों के सृजनशील और सशक्तिकरण के नित नई सोच और आधुनिक दृष्टिकोंण का बदलता हुआ प्रतिबिंब है । आज महिला फिल्मकारों ने ग्लोबल स्तर पर अच्छे कंटेंट राईटर के कारण सिनेमा और ओटीटी प्लेटफार्म पर भी इस डिजिटल युग में वैश्विक पहचान बनाई है । भारतीय सिनेमा में अब पुरुषों को लेकर नए दृष्टिकोंण और वैश्विक स्तर के कंटेंट राईटर निरंतर सक्रियता के साथ महिला फिल्मकारों ने समाज में क्रांतिकारी बदलाव लाने में आधुनिक तकनीक और विज्ञान के साथ ही नए ” संवेदनशील और साहसी पुरुषत्व ” की सिनेमाई छबि को परिभाषित करने में कामयाब हुए हैं । सादर ।