छत्तीसगढ़

खाद्य सुरक्षा विभाग द्वारा मावा एवं मिठाई विक्रेताओं पर निरंतर कार्यवाही जारी

        धार  कलेक्टर प्रियंक मिश्रा के निर्देशन में आगामी दिपावली एवं अन्य त्यौहारों को देखते हुए खाद्य सुरक्षा विभाग के...

नाजरीन मौसी को दिया 17 नवंबर के दिन मतदान करने का आमंत्रण पत्र

डिंडौरी  भारत निर्वाचन आयोग के निर्देशानुसार जिले के विधानसभा क्षेत्र 104 डिंडौरी, में 17 नवंबर 2023 को मतदान के महापर्व...

सिविल सेवा परीक्षा में अश्वनी दुबे ने हासिल की सफलता

 डिंडोरी  संघ लोकसेवा आयोग द्वारा 2022 में आयोजित परीक्षा में आरक्षित रखें गए रिक्त सीटों की परिणाम घोषित कर दिया...

288 करोड़ 38 लाख रूपये से अधिक की जब्ती कार्रवाई

भोपाल मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी अनुपम राजन ने बताया कि मध्यप्रदेश विधानसभा निर्वाचन 2023 की आदर्श आचरण संहिता प्रभावशील होने के...

मतदान प्रतिशत बढ़ाने में उत्कृष्ट कार्य करने वाले बूथ लेवल अधिकारी, रिटर्निंग अधिकारी और जिला निर्वाचन अधिकारी होंगे पुरस्कृत

भोपाल मध्यप्रदेश विधानसभा निर्वाचन 2023 के लिए प्रदेश में 17 नवंबर को मतदान होगा। प्रदेश में इस बार मतदान प्रतिशत...

दिल्ली में आउट ऑफ कंट्रोल प्रदूषण ! पलूशन नापने में अब मशीन भी फेल

नई दिल्ली बाकि दुनिया का तो आइडिया नहीं लेकिन दिल्ली में फॉग नहीं स्मॉग चल रहा है। इन दिनों दिल्ली...

ममता के भतीजे को ED ने भेजा समन, 9 नवंबर को पूछताछ के लिए बुलाया

नईदिल्ली पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के भतीजे और तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के राष्ट्रीय महासचिव अभिषेक बनर्जी की मुश्किलें...

BHU की मुस्लिम छात्रा ने पीएम मोदी पर की PhD

वाराणसी बीएचयू में राजनीति विज्ञान की मुस्लिम शोध छात्रा नजमा परवीन ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर पीएचडी पूरी की है।...

एक लाख 60 हजार से अधिक लोगों पर हुई प्रतिबंधात्मक कार्यवाही

भोपाल मध्यप्रदेश विधानसभा निर्वाचन-2023 की आदर्श आचरण संहिता 9 अक्टूबर से पूरे प्रदेश में प्रभावशील है। मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी अनुपम...

मिनपा में महिला सरपंच को छोड़कर एक भी मतदाता नहीं पहुंचा मतदान के लिए

सुकमा जिले में नक्सलियों के चुनाव बहिष्कार के फरमान के चलते सुकमा जिले के कई इलाकों में वोटों की बोहनी...

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” सिनेमा एंड बियांड और नुक्कड़ कैफे द्वारा आयोजित “भारतीय सिनेमा में महिला लेखिकाओं एंव निर्देशकों का योगदान – एम.एल. नत्थानी कवि,लेखक, शिक्षाविद, भारतीय सिनेमा के लगभग 100 साल के इतिहास में महिला लेखिकाओं और निर्देशकों ने अपने कल्पनाशील विचारों एंव आधुनिक दृष्टिकोंण के साथ ही यथार्थवादी धरातल पर पुरुष पात्रों के ” संवेदनशील और साहसी पुरुषत्व ” को सिनेमा के सुनहरे पर्दे पर लगभग प्रत्येक दशक में अपनी अंतर्दृष्टि से रेखांकित किया है । अतीत से वर्तमान कालखंड में अनेक महिला फिल्मकारों ने सिनेमाई रुपहले पर्दे पर पुरानी सोच के रुढ़िवादी पुरुष पात्रों को नए परिवेश में आधुनिक दृष्टिकोंण के साथ ही मानवीय मूल्यों के प्रति संवेदनशील, बुद्धिमान होने के साथ ही अनंत गहराईयों को शिद्दत के साथ जिंदगी को जिन्दादिली के साथ जीने के लिए प्रतिबद्ध है । यह सिनेमाई पर्दे पर महिला फिल्मकारों की नई सोच और सृजन के अद्भुत हस्ताक्षर हैं । भारतीय सिनेमा के शुरूआती कालखंड में महिला फिल्मकारों में साहसी एंव प्रतिभावान फातिमा बेगम और देविका रानी उल्लेखनीय नाम हैं । समय के साथ महिला फिल्मकारों की भूमिका का चित्रण भी निरंतर बदलता रहा है । वस्तुतः सिनेमा के माध्यम से समाज में तेजी से बदलते जीवन मूल्यों को ” पुरुष पात्रों ” को महिला फिल्मकारों ने अपने आधुनिक नजरिए एंव पैनी अंतर्दृष्टि से विवधता के नए आयाम स्थापित किए हैं । महिला फिल्मकारों के सृजनशील सशक्त हस्ताक्षर :- ************************ 1 फातिमा बेगम – बुलबुल ए परिसतान 2 देविका रानी – कर्मा 3 नंदिता दास – फिराक 4 दीपा मेहता – फायर 5 अरुणा राजे – रिहाई 6 कल्पना लाजमी – रूदाली 7 अर्पणा सेन – मिस्टर एंड मिसेज अय्यर 8 मीरा नायर – मानसून वेडिंग 9 गुरविंदर चड्डा – बेंड इट लाइक बेकहम 10 अनुशा रिजवी – पीपली लाईव 11 किरण राव – धोबी घाट 12 भावना तलवार – धरम 13 रीमा कागती – तलाश 14 रेवती – मित्र माई फ्रेंड 15 मेघना गुलजार – तलवार, राजी,छपाक 16 गोरी शिंदे – इंग्लिश विंगलिश 17 जोया अख्तर – लक बाय चांस, जिंदगी ना मिलेगी दोबारा,दिल धड़कने दो 18 फराह खान – ओम शांति ओम, मैं हूं ना 19 कोंकणा सेन शर्मा – अ डेथ इन द गंज 20 लीना यादव – दि एंड निष्कर्ष :- इस तरह से भारतीय सिनेमा का इतिहास महिला फिल्मकारों के सृजनशील और सशक्तिकरण के नित नई सोच और आधुनिक दृष्टिकोंण का बदलता हुआ प्रतिबिंब है । आज महिला फिल्मकारों ने ग्लोबल स्तर पर अच्छे कंटेंट राईटर के कारण सिनेमा और ओटीटी प्लेटफार्म पर भी इस डिजिटल युग में वैश्विक पहचान बनाई है । भारतीय सिनेमा में अब पुरुषों को लेकर नए दृष्टिकोंण और वैश्विक स्तर के कंटेंट राईटर निरंतर सक्रियता के साथ महिला फिल्मकारों ने समाज में क्रांतिकारी बदलाव लाने में आधुनिक तकनीक और विज्ञान के साथ ही नए ” संवेदनशील और साहसी पुरुषत्व ” की सिनेमाई छबि को परिभाषित करने में कामयाब हुए हैं । सादर ।