छत्तीसगढ़

आज इंदौर में प्रियंका गांधी, दोपहर में सभा, शाम को करेंगी रोड शो

इंदौर  कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी बुधवार को इंदौर आएंगी। तीन दिन में इंदौर का उनका यह दूसरा दौरा है। कांग्रेस...

कांग्रेस गरीबी खत्म नहीं कर पाई क्योंकि उसके नेताओं की नीयत ठीक नहीं: मोदी

भोपाल/दमोह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बुधवार को चुनाव प्रचार के लिए दमोह में हैं।  34 वर्षों बाद यह पहला मौका है...

सी-विजिल ऐप से आदर्श आचरण संहिता के उल्लंघन की सभी शिकायतें निराकृत

भोपाल मध्यप्रदेश विधानसभा निर्वाचन 2023 में आदर्श आचरण संहिता के उल्लंघन की अब तक 7 हजार 673 शिकायतें प्राप्त हुई...

गृह मंत्री अमित शाह का रथ बिजली के तार से टकराया, बाल-बाल बचे, रोड शो रद्द

जयपुर. विधानसभा चुनाव 2023 के लिए नामांकन दाखिल करने की प्रक्रिया पूरी कर ली गई है। प्रदेश भर में कुल...

प्रदेश की 1.31 करोड़ लाड़ली बहनों के खातों में दिवाली से पहले भेजे गए 1250 रुपए

भोपाल मुख्यमंत्री लाड़ली बहना योजना की करोड़ों लाड़ली बहनों के लिए खुशखबरी है। राज्य सरकार ने दिवाली और मप्र विधानसभा...

आठ दिन में चौथी बार प्रदेश आ रहे मोदी, दमोह, गुना और मुरैना में जनसभा को करेंगे संबोधित

भोपाल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बुधवार को लगातार दूसरे दिन मध्यप्रदेश दौरे पर हैं। बुधवार को वे दमोह, गुना और मुरैना...

खाद्य सुरक्षा विभाग द्वारा मावा एवं मिठाई विक्रेताओं पर निरंतर कार्यवाही जारी

        धार  कलेक्टर प्रियंक मिश्रा के निर्देशन में आगामी दिपावली एवं अन्य त्यौहारों को देखते हुए खाद्य सुरक्षा विभाग के...

नाजरीन मौसी को दिया 17 नवंबर के दिन मतदान करने का आमंत्रण पत्र

डिंडौरी  भारत निर्वाचन आयोग के निर्देशानुसार जिले के विधानसभा क्षेत्र 104 डिंडौरी, में 17 नवंबर 2023 को मतदान के महापर्व...

सिविल सेवा परीक्षा में अश्वनी दुबे ने हासिल की सफलता

 डिंडोरी  संघ लोकसेवा आयोग द्वारा 2022 में आयोजित परीक्षा में आरक्षित रखें गए रिक्त सीटों की परिणाम घोषित कर दिया...

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” सिनेमा एंड बियांड और नुक्कड़ कैफे द्वारा आयोजित “भारतीय सिनेमा में महिला लेखिकाओं एंव निर्देशकों का योगदान – एम.एल. नत्थानी कवि,लेखक, शिक्षाविद, भारतीय सिनेमा के लगभग 100 साल के इतिहास में महिला लेखिकाओं और निर्देशकों ने अपने कल्पनाशील विचारों एंव आधुनिक दृष्टिकोंण के साथ ही यथार्थवादी धरातल पर पुरुष पात्रों के ” संवेदनशील और साहसी पुरुषत्व ” को सिनेमा के सुनहरे पर्दे पर लगभग प्रत्येक दशक में अपनी अंतर्दृष्टि से रेखांकित किया है । अतीत से वर्तमान कालखंड में अनेक महिला फिल्मकारों ने सिनेमाई रुपहले पर्दे पर पुरानी सोच के रुढ़िवादी पुरुष पात्रों को नए परिवेश में आधुनिक दृष्टिकोंण के साथ ही मानवीय मूल्यों के प्रति संवेदनशील, बुद्धिमान होने के साथ ही अनंत गहराईयों को शिद्दत के साथ जिंदगी को जिन्दादिली के साथ जीने के लिए प्रतिबद्ध है । यह सिनेमाई पर्दे पर महिला फिल्मकारों की नई सोच और सृजन के अद्भुत हस्ताक्षर हैं । भारतीय सिनेमा के शुरूआती कालखंड में महिला फिल्मकारों में साहसी एंव प्रतिभावान फातिमा बेगम और देविका रानी उल्लेखनीय नाम हैं । समय के साथ महिला फिल्मकारों की भूमिका का चित्रण भी निरंतर बदलता रहा है । वस्तुतः सिनेमा के माध्यम से समाज में तेजी से बदलते जीवन मूल्यों को ” पुरुष पात्रों ” को महिला फिल्मकारों ने अपने आधुनिक नजरिए एंव पैनी अंतर्दृष्टि से विवधता के नए आयाम स्थापित किए हैं । महिला फिल्मकारों के सृजनशील सशक्त हस्ताक्षर :- ************************ 1 फातिमा बेगम – बुलबुल ए परिसतान 2 देविका रानी – कर्मा 3 नंदिता दास – फिराक 4 दीपा मेहता – फायर 5 अरुणा राजे – रिहाई 6 कल्पना लाजमी – रूदाली 7 अर्पणा सेन – मिस्टर एंड मिसेज अय्यर 8 मीरा नायर – मानसून वेडिंग 9 गुरविंदर चड्डा – बेंड इट लाइक बेकहम 10 अनुशा रिजवी – पीपली लाईव 11 किरण राव – धोबी घाट 12 भावना तलवार – धरम 13 रीमा कागती – तलाश 14 रेवती – मित्र माई फ्रेंड 15 मेघना गुलजार – तलवार, राजी,छपाक 16 गोरी शिंदे – इंग्लिश विंगलिश 17 जोया अख्तर – लक बाय चांस, जिंदगी ना मिलेगी दोबारा,दिल धड़कने दो 18 फराह खान – ओम शांति ओम, मैं हूं ना 19 कोंकणा सेन शर्मा – अ डेथ इन द गंज 20 लीना यादव – दि एंड निष्कर्ष :- इस तरह से भारतीय सिनेमा का इतिहास महिला फिल्मकारों के सृजनशील और सशक्तिकरण के नित नई सोच और आधुनिक दृष्टिकोंण का बदलता हुआ प्रतिबिंब है । आज महिला फिल्मकारों ने ग्लोबल स्तर पर अच्छे कंटेंट राईटर के कारण सिनेमा और ओटीटी प्लेटफार्म पर भी इस डिजिटल युग में वैश्विक पहचान बनाई है । भारतीय सिनेमा में अब पुरुषों को लेकर नए दृष्टिकोंण और वैश्विक स्तर के कंटेंट राईटर निरंतर सक्रियता के साथ महिला फिल्मकारों ने समाज में क्रांतिकारी बदलाव लाने में आधुनिक तकनीक और विज्ञान के साथ ही नए ” संवेदनशील और साहसी पुरुषत्व ” की सिनेमाई छबि को परिभाषित करने में कामयाब हुए हैं । सादर ।