छत्तीसगढ़

भारत की सबसे पुरानी और भरोसेमंद फार्मा कंपनी सिप्‍ला बिकने जा रही

नई दिल्‍ली.  देश के फार्मा सेक्‍टर में बड़ा नाम कमा चुकी सिप्‍ला (Cipla) के प्रमोटर्स ने अपनी हिस्‍सेदारी बेचने का...

जल्द दिल्ली एम्स में बंद हो सकती है पेट्रोल-डीजल गाड़ियों की एंट्री, क्या है फैसले की वजह

नईदिल्ली वायु प्रदूषण से निपटने के लिए एम्स अपने परिसर में डीजल और पेट्रोल वाहनों के प्रवेश पर प्रतिबंध लगाने...

कल्याण सिंह राठौड़ की प्रतिमा का अनावरण करेंगे मुख्यमंत्री गहलोत, तैयारियां जोरों पर

 सेतरावा शेरगढ़ की राजनीती के धुरधंर, करीब 40 सालों तक प्रधान और 32 सालों तक देवराज हितकारीणी सभाध्यक्ष पद पर...

व्लादिमीर पुतिन और शी जिनपिंग के भारत न आने पर हल्ला क्यों? पहले भी कई नेताओं ने छोड़ी G-20 बैठक

 नई दिल्ली भारत की अध्यक्षता में होने जा रहे G-20 शिखर सम्मेलन में दो बड़े मेहमान शामिल नहीं हो रहे...

हाथ दुखने लगा तो चेन पर टांगा देसी घी का डिब्बा, 17 मिनट खड़ी रही संपर्क क्रांति

लखनऊ कोच में भारी भीड़ थी और देसी घी के डिब्बे वाला झोला थामे यात्री के हाथ में तेज दर्द...

मैप विवाद के बाद अब G-20 में भी चीन पड़ेगा अलग-थलग: ड्रैगन से भारत नहीं करेगा द्विपक्षीय बात

 नई दिल्ली जी-20 के 18वें शिखर सम्मेलन से इतर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 8 से 10 सितंबर के बीच अमेरिका, बांग्लादेश,...

ऐतिहासिक नगरी सिरपुर की प्रसिद्धि को मिल रही अंतर्राष्ट्रीय पहचान: श्री अकबर

महासमुंद पुरातात्विक स्मारकों, समृद्ध परम्परा, सांस्कृतिक विरासत से समृद्ध सिरपुर में आयोजित तीन दिवसीय विश्व संगीति कार्यक्रम का शुभारम्भ 7...

राजधानी के शोरूम में लाखाें की चोरी, लाकर तोड़ लाखो ले गए साथ

रायपुर राजधानी रायपुर के सरोना स्थित शुभ होंडा शोरूम में चोरी की खबर सामने आई है। चोरों ने पीछे की...

‘दैट 70s शो’ के फेमस एक्टर डैनी मास्टरसन को दो महिलाओं से बलात्कार के आरोप में 30 साल की सजा

न्यूयोर्क 'दैट 70s शो' के एक्टर डैनी मास्टरसन को दो महिलाओं से बलात्कार के आरोप में 30 साल की जेल...

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” सिनेमा एंड बियांड और नुक्कड़ कैफे द्वारा आयोजित “भारतीय सिनेमा में महिला लेखिकाओं एंव निर्देशकों का योगदान – एम.एल. नत्थानी कवि,लेखक, शिक्षाविद, भारतीय सिनेमा के लगभग 100 साल के इतिहास में महिला लेखिकाओं और निर्देशकों ने अपने कल्पनाशील विचारों एंव आधुनिक दृष्टिकोंण के साथ ही यथार्थवादी धरातल पर पुरुष पात्रों के ” संवेदनशील और साहसी पुरुषत्व ” को सिनेमा के सुनहरे पर्दे पर लगभग प्रत्येक दशक में अपनी अंतर्दृष्टि से रेखांकित किया है । अतीत से वर्तमान कालखंड में अनेक महिला फिल्मकारों ने सिनेमाई रुपहले पर्दे पर पुरानी सोच के रुढ़िवादी पुरुष पात्रों को नए परिवेश में आधुनिक दृष्टिकोंण के साथ ही मानवीय मूल्यों के प्रति संवेदनशील, बुद्धिमान होने के साथ ही अनंत गहराईयों को शिद्दत के साथ जिंदगी को जिन्दादिली के साथ जीने के लिए प्रतिबद्ध है । यह सिनेमाई पर्दे पर महिला फिल्मकारों की नई सोच और सृजन के अद्भुत हस्ताक्षर हैं । भारतीय सिनेमा के शुरूआती कालखंड में महिला फिल्मकारों में साहसी एंव प्रतिभावान फातिमा बेगम और देविका रानी उल्लेखनीय नाम हैं । समय के साथ महिला फिल्मकारों की भूमिका का चित्रण भी निरंतर बदलता रहा है । वस्तुतः सिनेमा के माध्यम से समाज में तेजी से बदलते जीवन मूल्यों को ” पुरुष पात्रों ” को महिला फिल्मकारों ने अपने आधुनिक नजरिए एंव पैनी अंतर्दृष्टि से विवधता के नए आयाम स्थापित किए हैं । महिला फिल्मकारों के सृजनशील सशक्त हस्ताक्षर :- ************************ 1 फातिमा बेगम – बुलबुल ए परिसतान 2 देविका रानी – कर्मा 3 नंदिता दास – फिराक 4 दीपा मेहता – फायर 5 अरुणा राजे – रिहाई 6 कल्पना लाजमी – रूदाली 7 अर्पणा सेन – मिस्टर एंड मिसेज अय्यर 8 मीरा नायर – मानसून वेडिंग 9 गुरविंदर चड्डा – बेंड इट लाइक बेकहम 10 अनुशा रिजवी – पीपली लाईव 11 किरण राव – धोबी घाट 12 भावना तलवार – धरम 13 रीमा कागती – तलाश 14 रेवती – मित्र माई फ्रेंड 15 मेघना गुलजार – तलवार, राजी,छपाक 16 गोरी शिंदे – इंग्लिश विंगलिश 17 जोया अख्तर – लक बाय चांस, जिंदगी ना मिलेगी दोबारा,दिल धड़कने दो 18 फराह खान – ओम शांति ओम, मैं हूं ना 19 कोंकणा सेन शर्मा – अ डेथ इन द गंज 20 लीना यादव – दि एंड निष्कर्ष :- इस तरह से भारतीय सिनेमा का इतिहास महिला फिल्मकारों के सृजनशील और सशक्तिकरण के नित नई सोच और आधुनिक दृष्टिकोंण का बदलता हुआ प्रतिबिंब है । आज महिला फिल्मकारों ने ग्लोबल स्तर पर अच्छे कंटेंट राईटर के कारण सिनेमा और ओटीटी प्लेटफार्म पर भी इस डिजिटल युग में वैश्विक पहचान बनाई है । भारतीय सिनेमा में अब पुरुषों को लेकर नए दृष्टिकोंण और वैश्विक स्तर के कंटेंट राईटर निरंतर सक्रियता के साथ महिला फिल्मकारों ने समाज में क्रांतिकारी बदलाव लाने में आधुनिक तकनीक और विज्ञान के साथ ही नए ” संवेदनशील और साहसी पुरुषत्व ” की सिनेमाई छबि को परिभाषित करने में कामयाब हुए हैं । सादर ।