छत्तीसगढ़

मुख्यमंत्री चौहान के साथ पत्रकारों और सामाजिक कार्यकर्ताओं ने पौधे लगाए

भोपाल मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भोपाल के स्मार्ट उद्यान में पौध-रोपण किया। आज वरिष्ठ पत्रकार कल्याण संघ के पदाधिकारियों...

सितम्बर के सभी अवकाश दिनों में खुलेंगे बिजली बिल भुगतान केन्द्र

भोपाल मध्य क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी कार्यक्षेत्र के बिजली बिल भुगतान केन्द्र सितम्बर माह में 9,16,23,30 (सभी शनिवार),10,17,24 सितम्बर (सभी...

छत्तीसगढ़ में अब तक 819.4 मि.मी. औसत वर्षा दर्ज

रायपुर राज्य शासन के राजस्व एवं आपदा प्रबंधन विभाग द्वारा बनाए गए राज्य स्तरीय नियंत्रण कक्ष द्वारा संकलित जानकारी के...

आम आदमी पार्टी लोकसभा टीम ने डिंडोरी संगठन के बीच गारंटी पत्र सौंपकर जन जन तक पहुंचाने की अपील

मंडला दिनांक 08/09/2023 को आम आदमी पार्टी की लोकसभा टीम के द्वारा डिंडोरी जिले की संयुक्त बैठक में सामिल होकर...

डेरा एनीकट कार्य के लिए 5.71 करोड़ स्वीकृत

रायपुर छत्तीसगढ़ शासन के जल संसाधन विभाग मंत्रालय द्वारा जांजगीर-चांपा जिले के विकासखण्ड-जैजैपुर अंतर्गत बोराई नदी पर धनवार डेरा एनीकट...

शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय मनेरी में विगत वर्षों से चल रहे अनिमित्ताओ को लेकर किया जा रहा विरोध

मंडला आदिवासी बाहुल्य जिला मंडला  के अंतर्गत निवास विकासखंड संकुल केंद्र मनेरी हायर सेकेंडरी स्कूल का विभिन्न मामला अनिमित्ताओ को...

आकाशवाणी रायपुर की काव्य संध्या में हुआ तीन भाषाओं का संगम

रायपुर आकाशवाणी रायपुर द्वारा जी-20 के अंतर्गत रायपुर के रंग मंदिर में आयोजित काव्य संध्या में अंचल के कवियों ने...

अमेरिकी नौसेना का मुकाबला करने के लिए उ.कोरिया ने विकसित की परमाणु संपन्न पनडुब्बी

सियोल  उत्तर कोरिया ने  दावा किया कि उसने कथित परमाणु हमला करने वाली पनडुब्बी का निर्माण कर लिया है जिसपर...

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” सिनेमा एंड बियांड और नुक्कड़ कैफे द्वारा आयोजित “भारतीय सिनेमा में महिला लेखिकाओं एंव निर्देशकों का योगदान – एम.एल. नत्थानी कवि,लेखक, शिक्षाविद, भारतीय सिनेमा के लगभग 100 साल के इतिहास में महिला लेखिकाओं और निर्देशकों ने अपने कल्पनाशील विचारों एंव आधुनिक दृष्टिकोंण के साथ ही यथार्थवादी धरातल पर पुरुष पात्रों के ” संवेदनशील और साहसी पुरुषत्व ” को सिनेमा के सुनहरे पर्दे पर लगभग प्रत्येक दशक में अपनी अंतर्दृष्टि से रेखांकित किया है । अतीत से वर्तमान कालखंड में अनेक महिला फिल्मकारों ने सिनेमाई रुपहले पर्दे पर पुरानी सोच के रुढ़िवादी पुरुष पात्रों को नए परिवेश में आधुनिक दृष्टिकोंण के साथ ही मानवीय मूल्यों के प्रति संवेदनशील, बुद्धिमान होने के साथ ही अनंत गहराईयों को शिद्दत के साथ जिंदगी को जिन्दादिली के साथ जीने के लिए प्रतिबद्ध है । यह सिनेमाई पर्दे पर महिला फिल्मकारों की नई सोच और सृजन के अद्भुत हस्ताक्षर हैं । भारतीय सिनेमा के शुरूआती कालखंड में महिला फिल्मकारों में साहसी एंव प्रतिभावान फातिमा बेगम और देविका रानी उल्लेखनीय नाम हैं । समय के साथ महिला फिल्मकारों की भूमिका का चित्रण भी निरंतर बदलता रहा है । वस्तुतः सिनेमा के माध्यम से समाज में तेजी से बदलते जीवन मूल्यों को ” पुरुष पात्रों ” को महिला फिल्मकारों ने अपने आधुनिक नजरिए एंव पैनी अंतर्दृष्टि से विवधता के नए आयाम स्थापित किए हैं । महिला फिल्मकारों के सृजनशील सशक्त हस्ताक्षर :- ************************ 1 फातिमा बेगम – बुलबुल ए परिसतान 2 देविका रानी – कर्मा 3 नंदिता दास – फिराक 4 दीपा मेहता – फायर 5 अरुणा राजे – रिहाई 6 कल्पना लाजमी – रूदाली 7 अर्पणा सेन – मिस्टर एंड मिसेज अय्यर 8 मीरा नायर – मानसून वेडिंग 9 गुरविंदर चड्डा – बेंड इट लाइक बेकहम 10 अनुशा रिजवी – पीपली लाईव 11 किरण राव – धोबी घाट 12 भावना तलवार – धरम 13 रीमा कागती – तलाश 14 रेवती – मित्र माई फ्रेंड 15 मेघना गुलजार – तलवार, राजी,छपाक 16 गोरी शिंदे – इंग्लिश विंगलिश 17 जोया अख्तर – लक बाय चांस, जिंदगी ना मिलेगी दोबारा,दिल धड़कने दो 18 फराह खान – ओम शांति ओम, मैं हूं ना 19 कोंकणा सेन शर्मा – अ डेथ इन द गंज 20 लीना यादव – दि एंड निष्कर्ष :- इस तरह से भारतीय सिनेमा का इतिहास महिला फिल्मकारों के सृजनशील और सशक्तिकरण के नित नई सोच और आधुनिक दृष्टिकोंण का बदलता हुआ प्रतिबिंब है । आज महिला फिल्मकारों ने ग्लोबल स्तर पर अच्छे कंटेंट राईटर के कारण सिनेमा और ओटीटी प्लेटफार्म पर भी इस डिजिटल युग में वैश्विक पहचान बनाई है । भारतीय सिनेमा में अब पुरुषों को लेकर नए दृष्टिकोंण और वैश्विक स्तर के कंटेंट राईटर निरंतर सक्रियता के साथ महिला फिल्मकारों ने समाज में क्रांतिकारी बदलाव लाने में आधुनिक तकनीक और विज्ञान के साथ ही नए ” संवेदनशील और साहसी पुरुषत्व ” की सिनेमाई छबि को परिभाषित करने में कामयाब हुए हैं । सादर ।