छत्तीसगढ़

*स्वाभिमान जगाना एकता के सूत्र में पिरोना यात्रा का उद्देश्य: पुरंदर*

*स्वाभिमान जगाना एकता के सूत्र में पिरोना यात्रा का उद्देश्य: पुरंदर*     *बिलासपुर:-* उत्कल समाज को स्वाभिमान यात्रा रायपुर...

BJP छोड़ कांग्रेस में वापसी करने वाले हैं अमरिंदर सिंह? सोनिया गांधी से मीटिंग की बात पर दिया जवाब

चंडीगढ़ कांग्रेस के दिग्गज नेता रहे पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह की गिनती अब भारतीय जनता पार्टी (BJP)...

पाकिस्तान के खिलाफ ‘हाई वोल्टेज’ मैच से पहले राहुल-किशन की गुत्थी सुलझाना चाहेगा भारत

कोलंबो  भारतीय टीम प्रबंधन के लिए चिर प्रतिद्वंद्वी पाकिस्तान के खिलाफ रविवार को यहां होने वाले एशिया कप 'सुपर फोर'...

इंडिया वर्सेस पाकिस्तान मैच पर बारिश का कहर? जानें कैसा है कोलंबो के मौसम का हाल

नई दिल्ली  इंडिया वर्सेस पाकिस्तान एशिया कप 2023 सुपर-4 का तीसरा मुकाबला आज यानी 10 सितंबर को कोलंबो के आर...

भोपाल विज्ञान मेला 15 से 18 सितम्बर तक

चन्द्रयान-3 के प्रोग्राम डायरेक्टर एवं वंदे-भारत ट्रेन के चीफ आर्किटेक्ट होंगे सम्मानित ग्रास रूट इनोवेशन, उन्नत तकनीकों एवं नवाचारों का...

छत्तीसगढ़ में जी-20 की बैठक को लेकर राज्य शासन व प्रशासन युद्धस्तर पर जुटा

रायपुर छत्तीसगढ़ में जी-20 की बैठक को लेकर तैयारियां तेज हो गई हैं। नया रायपुर के अटल नगर में 18...

विधायक शैलेश पांडे ने व्यापार विहार में आरओ प्लांट का किया शुभारंभ

विधायक शैलेश पांडे ने 25 लाख की लागत से व्यापार विहार में बायो टॉयलेट बनवाने की घोषणा की बिलासपुर। विधायक...

अफ्रीकी संघ के जी20 में शामिल होने को सुनील मित्तल ने मील का पत्थर बताया

नयी दिल्ली अफ्रीकी संघ को  जी20 में शामिल किए जाने पर भारती एंटरप्राइजेज के संस्थापक और चेयरमैन सुनील मित्तल ने...

लगातार रद्द होती ट्रेनों से आमजन को हो रही परेशानी, 13 को कांग्रेस करेगी रेल रोका आंदोलन : वोरा

रायपुर लगातार रद्द होती ट्रेन एवं रेलवे को निजी हाथों में सौंपने के विरोध में छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस कमेटी आगामी...

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” सिनेमा एंड बियांड और नुक्कड़ कैफे द्वारा आयोजित “भारतीय सिनेमा में महिला लेखिकाओं एंव निर्देशकों का योगदान – एम.एल. नत्थानी कवि,लेखक, शिक्षाविद, भारतीय सिनेमा के लगभग 100 साल के इतिहास में महिला लेखिकाओं और निर्देशकों ने अपने कल्पनाशील विचारों एंव आधुनिक दृष्टिकोंण के साथ ही यथार्थवादी धरातल पर पुरुष पात्रों के ” संवेदनशील और साहसी पुरुषत्व ” को सिनेमा के सुनहरे पर्दे पर लगभग प्रत्येक दशक में अपनी अंतर्दृष्टि से रेखांकित किया है । अतीत से वर्तमान कालखंड में अनेक महिला फिल्मकारों ने सिनेमाई रुपहले पर्दे पर पुरानी सोच के रुढ़िवादी पुरुष पात्रों को नए परिवेश में आधुनिक दृष्टिकोंण के साथ ही मानवीय मूल्यों के प्रति संवेदनशील, बुद्धिमान होने के साथ ही अनंत गहराईयों को शिद्दत के साथ जिंदगी को जिन्दादिली के साथ जीने के लिए प्रतिबद्ध है । यह सिनेमाई पर्दे पर महिला फिल्मकारों की नई सोच और सृजन के अद्भुत हस्ताक्षर हैं । भारतीय सिनेमा के शुरूआती कालखंड में महिला फिल्मकारों में साहसी एंव प्रतिभावान फातिमा बेगम और देविका रानी उल्लेखनीय नाम हैं । समय के साथ महिला फिल्मकारों की भूमिका का चित्रण भी निरंतर बदलता रहा है । वस्तुतः सिनेमा के माध्यम से समाज में तेजी से बदलते जीवन मूल्यों को ” पुरुष पात्रों ” को महिला फिल्मकारों ने अपने आधुनिक नजरिए एंव पैनी अंतर्दृष्टि से विवधता के नए आयाम स्थापित किए हैं । महिला फिल्मकारों के सृजनशील सशक्त हस्ताक्षर :- ************************ 1 फातिमा बेगम – बुलबुल ए परिसतान 2 देविका रानी – कर्मा 3 नंदिता दास – फिराक 4 दीपा मेहता – फायर 5 अरुणा राजे – रिहाई 6 कल्पना लाजमी – रूदाली 7 अर्पणा सेन – मिस्टर एंड मिसेज अय्यर 8 मीरा नायर – मानसून वेडिंग 9 गुरविंदर चड्डा – बेंड इट लाइक बेकहम 10 अनुशा रिजवी – पीपली लाईव 11 किरण राव – धोबी घाट 12 भावना तलवार – धरम 13 रीमा कागती – तलाश 14 रेवती – मित्र माई फ्रेंड 15 मेघना गुलजार – तलवार, राजी,छपाक 16 गोरी शिंदे – इंग्लिश विंगलिश 17 जोया अख्तर – लक बाय चांस, जिंदगी ना मिलेगी दोबारा,दिल धड़कने दो 18 फराह खान – ओम शांति ओम, मैं हूं ना 19 कोंकणा सेन शर्मा – अ डेथ इन द गंज 20 लीना यादव – दि एंड निष्कर्ष :- इस तरह से भारतीय सिनेमा का इतिहास महिला फिल्मकारों के सृजनशील और सशक्तिकरण के नित नई सोच और आधुनिक दृष्टिकोंण का बदलता हुआ प्रतिबिंब है । आज महिला फिल्मकारों ने ग्लोबल स्तर पर अच्छे कंटेंट राईटर के कारण सिनेमा और ओटीटी प्लेटफार्म पर भी इस डिजिटल युग में वैश्विक पहचान बनाई है । भारतीय सिनेमा में अब पुरुषों को लेकर नए दृष्टिकोंण और वैश्विक स्तर के कंटेंट राईटर निरंतर सक्रियता के साथ महिला फिल्मकारों ने समाज में क्रांतिकारी बदलाव लाने में आधुनिक तकनीक और विज्ञान के साथ ही नए ” संवेदनशील और साहसी पुरुषत्व ” की सिनेमाई छबि को परिभाषित करने में कामयाब हुए हैं । सादर ।