छत्तीसगढ़

शेख हसीना दुनिया की सबसे लंबे समय तक शासन करने वाली महिला प्रमुख

ढाका प्रसिद्ध मैगजीन टाइम ने दुनिया की सबसे लंबे समय तक शासन करने वाली महिला प्रमुख पर एक कवर स्टोरी...

मुंशी प्रेमचन्द्र का गांव ‘लमही’ बनेगा संग्रहालय

लखनऊ महान उपन्यासकार मुंशी प्रेमचन्द्र के जिले वाराणसी स्थित पैतृक गांव लमही को संग्रहालय का रूप दिया जायेगा। इसके लिये...

मतदाता जागरूकता हेतु स्वीप महिला कार रैली आज

रायपुर कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी डॉ. सर्वेश्वर नरेन्द्र भुरे के मार्गदर्शन में स्थानीय मतदाताओं को मतदान हेतु प्रेरित करने...

त्योहारों पर कीमतों को नियंत्रित करने की कवायद, बफर स्टॉक से एक लाख टन प्याज बेचेगी केंद्र सरकार

नई दिल्ली त्योहारी सीजन में कीमतों को नियंत्रित करने के लिए केंद्र सरकार ने नवंबर में खुदरा बाजारों में अपने...

राजस्थान विधानसभा चुनाव में 56 हजार से अधिक मतदाता करेंगे घर बैठे मतदान

जयपुर राजस्थान में आगामी 25 नवंबर को होने वाले विधानसभा चुनाव में 56 हजार से अधिक मतदाता घर बैठे मतदान...

भाजपा के नेता डरते हैं कि कही आदिवासी अंग्रेजी ना बोलने लगे इसलिए भाजपा हिंदी पढ़ो कहते हैं : राहुल गांधी

जगदलपुर। कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी आज जगदलपुर के लालबाग मैदान में चुनावी सभा को संबोधित करते हुए...

कर्मचारियों को विरोध करने से रोकना ‘तानाशाही मानसिकता’ : महबूबा

श्रीनगर  जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने प्रशासन द्वारा सरकारी कर्मचारियों को विरोध प्रदर्शन करने से रोकने पर कड़ी...

डबल इंजन की सरकार होने से विकास तीव्र गति से होगा: योगी

राजनांदगांव उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने डोंगरगढ़ में जनसभा को संबोधित करते खुज्जी विधानसभा की भाजपा प्रत्याशी गीता साहू...

जाने कब है तुलसी विवाह ? नोट कर लें डेट, पूजा- विधि, शुभ मुहूर्त और सामग्री की पूरी लिस्ट

कार्तिक मास की एकादशी पर तुलसी विवाह किया जाता है। हिंदू धर्म में तुलसी विवाह का बहुत अधिक महत्व होता...

धनतेरस पर खरीदने जा रहे गोल्ड तो ध्यान रखें ये 10 बातें वर्ना पड़ जाएंगे लेने के देने

नई दिल्ली अगले हफ्ते धनतेरस का त्योहार है। इस मौके पर गोल्ड खरीदना काफी   शुभ माना जाता है। इसके अलावा...

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*कृषि विभाग के बीज ग्राम योजना अंतर्गत जनप्रतिनिधियों के हाथों बीज पाकर कृषकों के खिले चेहरे* देवभोग:- केंद्र और राज्य सरकार द्वारा संचालित बीज ग्राम योजना अंतर्गत स्थानीय जनप्रतिनिधियों के हाथों बीज पाकर किसानों के चेहरों में मुस्कान देखने को मिला हैं। ज्ञात हो कि देवभोग विकासखंड अंतर्गत के सैकड़ों किसान इन दिनों ग्रीष्म कालीन धान फसल के बदले दलहन,तिलहन एवं मक्का फसल लगाने में ज्यादा रुचि ले रहे हैं। जिसका नजारा देखने को मिला देवभोग कृषि विभाग द्वारा बीज वितरण कार्यक्रम में जहां किसानों ने उन्नत किस्मों के बीज लेकर रबी फसल का कार्य शुरू कर दिया हैं। क्षेत्र के किसानों को 60 हेक्टेयर के लिए बीज प्रदाय किया गया एवं चना 100 किसानों को अब तक वितरण किया जा चुका हैं। इसी कड़ी आज देवभोग कृषि विभाग द्वारा सैकड़ों किसानों को चना,मक्का,गेहूं, मसूर एवं अन्य बीज जिला पंचायत सभापति श्रीमती धनमति यादव, जनपद पंचायत अध्यक्ष नेहा सिंघल,कृषि स्थाई समिति सभापति असलम मेमन द्वारा कृषकों को बीज वितरण किया गया। इस अवसर पर वरिष्ठ कृषि विकास अधिकारी जे.एन.नाग,ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी बसंत कश्यप,संतोष नेताम,ईश्वर दिवान,एवं कृषक लूदर मांझी,शत्रुघन मांझी,उग्रसेन यदु,गिरीश नागेश,हेमसिंह मरकाम,त्रिनाथ मांझी समेत सैकड़ों किसान मौजूद रहे। *क्या है बीज ग्राम योजना*:-बीज ग्राम योजना के तहत 2 से 3 तीन गांव समूहों को मिलाकर एक किसान समूह तैयार किया जाता है। यह किसान समूह 50 से 100 किसानों का होता है तथा इसके पास 0.1 हेक्टेयर भूमि में अलग-अलग फसलों के उन्नत किस्म के बीज तैयार किए जाते हैं। इस योजना के तहत किसानों को बीज बुवाई से कटाई तक आरएसएससी द्वारा प्रशिक्षण दिया जाता है। इससे किसानों के द्वारा बीज उत्पादन करके आय को बढ़ाने में मदद मिलती है। बता दें कि इस योजना का क्रियान्वयन देश भर में 2014-15 से किया जा रहा है। योजना के तहत ग्राम पंचायत स्तर पर बीज प्रसंस्करण सह बीज भंडार गोदामों की स्थापना,राष्ट्रीय बीज रिजर्व,निजी क्षेत्र में बीज उत्पादन को प्रोत्साहन और गुणवत्ता नियंत्रण अवसंरचना सुविधाओं के सुदृढ़ीकरण के माध्यम से देश में उत्पादन और उत्पादकता बढ़ाने को किसानों के लिए गुणवत्ता पूर्ण बीजों के उत्पादन व आपूर्ति के उद्देश्य की पूर्ति करना है। *वहीं वरिष्ठ कृषि विकास अधिकारी जे. एन. नाग ने कहा शासन द्वारा विभागीय संचालित योजनाओं का कृषि विभाग द्वारा कृषकों को नियमानुसार जनप्रतिनिधियों के उपस्थिति में बीज वितरण किया जा रहा हैं,आगामी रबी एवं ग्रीष्म कालीन धान फसल के बदले दलहन, तिलहन एवं मक्का फसल बोने के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा हैं।*