छत्तीसगढ़

महंगे शौक ने तीन नाबालिग को बना दिया चोर,अब कानून के शिकंजे में फंसे यह नाबालिग

कृष्णा रंजन दीवान नगरी धमतरी:सिहावा थाना इलाके के ग्राम सांकरा में ग्रामीणों को तीन नाबालिग को चोरी करते रंगे हाथ...

कुम्भकार समाज द्वारा मुख्यमंत्री सहायता कोष में राशि दी गई….

आज दिनाक 08/05/2020 को धमतरी कुंभकार समाज ने संयुक्त कलेक्टर जितेंद्र कुमार कुर्रे के समक्ष मुख्यमंत्री सहायता कोष में कुल...

मालीधोरी के पास संचालित अवैध ईट भट्ठे में श्रमिक की मौत

बालोद :- ध्रुव राम पटेल के जमीन पर ग्राम पंचायत मालीधोरी खपरी जनपद पंचायत डौंडी लोहारा जिला बालोद निवासी कौशल...

मई माह में हर शुक्रवार की रात 11 बजे से सोमवार की सुबह 06 बजे तक जिले में रहेगी पूरी तरह तालाबंदी आवश्यक वस्तुओं के प्रतिष्ठान खुले रहेंगे

*कृष्णा दीवान नगरी (धमतरी)*, 08 मई 2020/ नोवेल कोरोना वायरस कोविद-19 के संक्रमण से बचाव के लिए कलेक्टर एवं जिला...

मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी ने तेलंगाना में फंसे हुए मजदूरों की मीडिया के लिए वीडियो जारी किए हैं।

एक वीडियो में मजदूर बता रहे हैं कि उनके परिवारों को ठेकेदारों ने बच्चों सहित बंधक बना लिया है और...

वक्ता मंच ने शराब विरोधी आंदोलन हेतु सतनाम पनाग का सम्मान किया

--------------------------------------- रायपुर।राजधानी के भाठागांव शराब ठेके के सामने ठेका बंद करने हेतु किये गए आंदोलन का नेतृत्व करने के लिए...

केन्द्र सरकार डीजल और पेट्रोल के उत्पाद शुल्क के दामों में वृद्धि करने के निर्णय को तत्काल वापस ले : कांग्रेस

कच्चे तेलों के दामो में भारी गिरावट के बाद भी केन्द्र सरकार द्वारा डीजल पेट्रोल का दर बढ़ाया जाना जनता...

मजदूर के बजाए मशीन से की जा रही रेत लोडिंग ,मजदूर को बना दिया मुखौटा,और मशीन बन गया मजदूर

छत्तीसगढ़/धमतरी -राज्य की रेत खदानों को सरकार द्वारा लॉट सिस्टम से नियम व शर्तों के आधार पर ठेकेदारों को दिया...

मैनपुर पुलिस को एक बार फिर मिली बड़ी सफलता 4 लाख 50 हजार रूपये के 32 नग हीरा जब्त, आरोपी गिरफ्तार – इतेश सोनी जिला ब्यूरो गरियाबंद

इतेश सोनी पत्रकार मैनपुर। मैनपुर पुलिस को आज गुरूवार को एक बार फिर हीरा तस्कर को पकड़ने में बड़ी सफलता...

You may have missed

*कृषि विभाग के बीज ग्राम योजना अंतर्गत जनप्रतिनिधियों के हाथों बीज पाकर कृषकों के खिले चेहरे* देवभोग:- केंद्र और राज्य सरकार द्वारा संचालित बीज ग्राम योजना अंतर्गत स्थानीय जनप्रतिनिधियों के हाथों बीज पाकर किसानों के चेहरों में मुस्कान देखने को मिला हैं। ज्ञात हो कि देवभोग विकासखंड अंतर्गत के सैकड़ों किसान इन दिनों ग्रीष्म कालीन धान फसल के बदले दलहन,तिलहन एवं मक्का फसल लगाने में ज्यादा रुचि ले रहे हैं। जिसका नजारा देखने को मिला देवभोग कृषि विभाग द्वारा बीज वितरण कार्यक्रम में जहां किसानों ने उन्नत किस्मों के बीज लेकर रबी फसल का कार्य शुरू कर दिया हैं। क्षेत्र के किसानों को 60 हेक्टेयर के लिए बीज प्रदाय किया गया एवं चना 100 किसानों को अब तक वितरण किया जा चुका हैं। इसी कड़ी आज देवभोग कृषि विभाग द्वारा सैकड़ों किसानों को चना,मक्का,गेहूं, मसूर एवं अन्य बीज जिला पंचायत सभापति श्रीमती धनमति यादव, जनपद पंचायत अध्यक्ष नेहा सिंघल,कृषि स्थाई समिति सभापति असलम मेमन द्वारा कृषकों को बीज वितरण किया गया। इस अवसर पर वरिष्ठ कृषि विकास अधिकारी जे.एन.नाग,ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी बसंत कश्यप,संतोष नेताम,ईश्वर दिवान,एवं कृषक लूदर मांझी,शत्रुघन मांझी,उग्रसेन यदु,गिरीश नागेश,हेमसिंह मरकाम,त्रिनाथ मांझी समेत सैकड़ों किसान मौजूद रहे। *क्या है बीज ग्राम योजना*:-बीज ग्राम योजना के तहत 2 से 3 तीन गांव समूहों को मिलाकर एक किसान समूह तैयार किया जाता है। यह किसान समूह 50 से 100 किसानों का होता है तथा इसके पास 0.1 हेक्टेयर भूमि में अलग-अलग फसलों के उन्नत किस्म के बीज तैयार किए जाते हैं। इस योजना के तहत किसानों को बीज बुवाई से कटाई तक आरएसएससी द्वारा प्रशिक्षण दिया जाता है। इससे किसानों के द्वारा बीज उत्पादन करके आय को बढ़ाने में मदद मिलती है। बता दें कि इस योजना का क्रियान्वयन देश भर में 2014-15 से किया जा रहा है। योजना के तहत ग्राम पंचायत स्तर पर बीज प्रसंस्करण सह बीज भंडार गोदामों की स्थापना,राष्ट्रीय बीज रिजर्व,निजी क्षेत्र में बीज उत्पादन को प्रोत्साहन और गुणवत्ता नियंत्रण अवसंरचना सुविधाओं के सुदृढ़ीकरण के माध्यम से देश में उत्पादन और उत्पादकता बढ़ाने को किसानों के लिए गुणवत्ता पूर्ण बीजों के उत्पादन व आपूर्ति के उद्देश्य की पूर्ति करना है। *वहीं वरिष्ठ कृषि विकास अधिकारी जे. एन. नाग ने कहा शासन द्वारा विभागीय संचालित योजनाओं का कृषि विभाग द्वारा कृषकों को नियमानुसार जनप्रतिनिधियों के उपस्थिति में बीज वितरण किया जा रहा हैं,आगामी रबी एवं ग्रीष्म कालीन धान फसल के बदले दलहन, तिलहन एवं मक्का फसल बोने के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा हैं।*