छत्तीसगढ़

पेरिस ओलंपिक खेल 2024 के पहले मशाल वाहक होंगे स्टेफानोस नटूस्कोस

एथेंस ग्रीक ओलंपिक पदक विजेता स्टेफानोस नटूस्कोस पेरिस 2024 ओलंपिक खेलों के पहले मशाल वाहक होंगे। हेलेनिक ओलंपिक समिति (एचओसी)...

प्रियंका चोपड़ा की डॉन फ्रेंचाइजी में होगी एंट्री? रणवीर सिंह के साथ आएंगी नजर

प्रियंका चोपड़ा की डॉन फ्रेंचाइजी में होगी एंट्री? रणवीर सिंह के साथ आएंगी नजर मुंबई फरहान अख्तर ने हाल ही...

इस्लामिक जिहाद है हलाल कारोबार, बिहार में प्रतिबंधित करें नीतीश कुमार : गिरिराज सिंह

बेगूसराय  उत्तर प्रदेश में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा हलाल उत्पाद पर प्रतिबंध लगाने के बाद अब बिहार में भी ऐसे...

लोकसभा 2024 से पहले नागपुर में होगा आरएसएस का चुनाव

लखनऊ अगले साल लोकसभा चुनाव में राजनीतिक पार्टियों के जोर आजमाइस करने से पहले राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) चुनावी दंगल...

राज्य दिवस पर भारतीय अंतर्राष्ट्रीय व्यापार मेले में छत्तीसगढ़ की संस्कृति ने दर्शकों को मंत्रमुग्ध किया

रायपुर भारतीय अंतर्राष्ट्रीय व्यापार मेला-2023 में प्रगति मैदान में यह शाम छत्तीसगढ़ की समृद्ध कला और संस्कृति से भरी शाम...

सूर्या की धाकड़ पारी के बाद रिंकू का तूफान… पहले टी20 में AUS के छक्के छुड़ाए

विशाखापत्तनम कप्तान सूर्यकुमार यादव ने 42 गेंदों में 80 रन और इशान किशन ने 39 गेंदों में 58 रन बनाए,...

मराठों को आरक्षण देने के प्रयास जारी, सरकार का उनकी मांगों पर सकारात्मक रुख : फडणवीस

मुंबई  महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस ने  कहा कि सरकार का मराठों की मांगों के समाधान को लेकर सकारात्मक रुख...

डेविस कप जीतकर सत्र का समापन करना चाहता हूं : जोकोविच

डेविस कप जीतकर सत्र का समापन करना चाहता हूं : जोकोविच मैड्रिड  दुनिया के नंबर एक टेनिस खिलाड़ी नोवाक जोकोविच...

इजरायल-हमास युद्धविराम ‘शुक्रवार से पहले’ शुरू नहीं होगा

इजरायल-हमास युद्धविराम  'शुक्रवार से पहले' शुरू नहीं होगा गाजा  इजरायल और फिलिस्तीनी आंदोलन हमास के बीच समझौते के तहत ‘शुक्रवार...

MP में किसकी बन रही सरकार? ये है सीटों का पूरा गुणा-भाग

भोपाल   पत्रकारिता और ज्योतिष में एक साम्य गजब का है। ज्योतिषी ग्रह-नक्षत्रों की चाल के हिसाब से भविष्यवाणी करते हैं...

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*कृषि विभाग के बीज ग्राम योजना अंतर्गत जनप्रतिनिधियों के हाथों बीज पाकर कृषकों के खिले चेहरे* देवभोग:- केंद्र और राज्य सरकार द्वारा संचालित बीज ग्राम योजना अंतर्गत स्थानीय जनप्रतिनिधियों के हाथों बीज पाकर किसानों के चेहरों में मुस्कान देखने को मिला हैं। ज्ञात हो कि देवभोग विकासखंड अंतर्गत के सैकड़ों किसान इन दिनों ग्रीष्म कालीन धान फसल के बदले दलहन,तिलहन एवं मक्का फसल लगाने में ज्यादा रुचि ले रहे हैं। जिसका नजारा देखने को मिला देवभोग कृषि विभाग द्वारा बीज वितरण कार्यक्रम में जहां किसानों ने उन्नत किस्मों के बीज लेकर रबी फसल का कार्य शुरू कर दिया हैं। क्षेत्र के किसानों को 60 हेक्टेयर के लिए बीज प्रदाय किया गया एवं चना 100 किसानों को अब तक वितरण किया जा चुका हैं। इसी कड़ी आज देवभोग कृषि विभाग द्वारा सैकड़ों किसानों को चना,मक्का,गेहूं, मसूर एवं अन्य बीज जिला पंचायत सभापति श्रीमती धनमति यादव, जनपद पंचायत अध्यक्ष नेहा सिंघल,कृषि स्थाई समिति सभापति असलम मेमन द्वारा कृषकों को बीज वितरण किया गया। इस अवसर पर वरिष्ठ कृषि विकास अधिकारी जे.एन.नाग,ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी बसंत कश्यप,संतोष नेताम,ईश्वर दिवान,एवं कृषक लूदर मांझी,शत्रुघन मांझी,उग्रसेन यदु,गिरीश नागेश,हेमसिंह मरकाम,त्रिनाथ मांझी समेत सैकड़ों किसान मौजूद रहे। *क्या है बीज ग्राम योजना*:-बीज ग्राम योजना के तहत 2 से 3 तीन गांव समूहों को मिलाकर एक किसान समूह तैयार किया जाता है। यह किसान समूह 50 से 100 किसानों का होता है तथा इसके पास 0.1 हेक्टेयर भूमि में अलग-अलग फसलों के उन्नत किस्म के बीज तैयार किए जाते हैं। इस योजना के तहत किसानों को बीज बुवाई से कटाई तक आरएसएससी द्वारा प्रशिक्षण दिया जाता है। इससे किसानों के द्वारा बीज उत्पादन करके आय को बढ़ाने में मदद मिलती है। बता दें कि इस योजना का क्रियान्वयन देश भर में 2014-15 से किया जा रहा है। योजना के तहत ग्राम पंचायत स्तर पर बीज प्रसंस्करण सह बीज भंडार गोदामों की स्थापना,राष्ट्रीय बीज रिजर्व,निजी क्षेत्र में बीज उत्पादन को प्रोत्साहन और गुणवत्ता नियंत्रण अवसंरचना सुविधाओं के सुदृढ़ीकरण के माध्यम से देश में उत्पादन और उत्पादकता बढ़ाने को किसानों के लिए गुणवत्ता पूर्ण बीजों के उत्पादन व आपूर्ति के उद्देश्य की पूर्ति करना है। *वहीं वरिष्ठ कृषि विकास अधिकारी जे. एन. नाग ने कहा शासन द्वारा विभागीय संचालित योजनाओं का कृषि विभाग द्वारा कृषकों को नियमानुसार जनप्रतिनिधियों के उपस्थिति में बीज वितरण किया जा रहा हैं,आगामी रबी एवं ग्रीष्म कालीन धान फसल के बदले दलहन, तिलहन एवं मक्का फसल बोने के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा हैं।*