शिवशंकर सोनपिपरे

भारत के पूर्व रक्षा सचिव अजय कुमार यूएसआईएसपीएफ बोर्ड के सलाहकार बने

सैन फ्रांसिस्को भारत के पूर्व रक्षा सचिव अजय कुमार ‘अमेरिका-भारत रणनीतिक एवं साझेदारी फोरम’ (यूएसआईएसपीएफ) में बोर्ड के सलाहकार के...

छठ की भीड़, खचाखच भरी ट्रेन और भीषण आग… बर्निंग ट्रेन में ऐसे बची 500 यात्रियों की जान

इटावा तारीख 15 नवंबर 2023... छठ पर्व के चलते रेलवे विभाग ने स्पेशल ट्रेनें चलाई हैं. इसी में नई दिल्ली...

वन स्टेशन वन प्रोडक्ट योजना के तहत दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे के 27 स्टेशनों पर 31 स्टाल

बिलासपुर रेलवे की व्यापक पहुंच और महत्व को ध्यान में रखते हुये स्थानीय उत्पादों को देशभर में लोकप्रिय बनाने के...

चीन की अर्थव्यवस्था में अक्टूबर में सुधार के संकेत

बीजिंग  चीन की अर्थव्यवस्था में अक्टूबर में सुधार के संकेत दिखे। खुदरा बिक्री और विनिर्माण में तेजी आई है, हालांकि...

आदर्श आचार संहिता के दौरान आबकारी विभाग द्वारा 33,084 लीटर शराब जप्त

रायपुर विधानसभा निर्वाचन, 2023 के परिप्रेक्ष्य में विशेष सचिव सह आयुक्त आबकारी महादेव कावरे द्वारा विगत चार दिवसों में आबकारी...

इजरायल से जंग में ईरान के सुप्रीम लीडर का हमास को झटका, ‘अपनी लड़ाई में हमें मत घसीटो…

नई दिल्ली इजरायल और हमास जंग को 40 दिन हो गए हैं. इजरायल पूरी ताकत से हमास पर ताबड़तोड़ हमले...

जापान, जर्मनी को पछाड़ 2027 तक दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था होगा भारत: सीतारमण

नई दिल्ली वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने भरोसा जताया है कि भारत 2027 तक जापान और जर्मनी को पछाड़कर दुनिया...

IND Vs NZ वर्ल्ड कप सेमीफाइनल 2023: फाइनल में पहुंचा भारत, न्यूजीलैंड को 70 रनों से हराया

मुंबई वनडे वर्ल्डकप 2023 के पहले सेमीफाइनल में भारत ने टॉस जीतकर न्यूजीलैंड के खिलाफ 397 रनों का स्कोर खड़ा...

अगले साल मुंबई से अयोध्या के लिए विशेष ट्रेन चलाई जाएगी : शेलार

मुंबई  भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के मुंबई अध्यक्ष आशीष शेलार ने कहा है कि मुंबई के लोगों को नवनिर्मित राम...

CWC 23 : जीत की आदी ऑस्ट्रेलिया का सामना सेमीफाइनल में दक्षिण अफ्रीका से आज

कोलकाता एजबस्टन में लांस क्लूसनर और आकलैंड में एबी डिविलियर्स का निराशा में डूबा चेहरा शायद हर क्रिकेटप्रेमी को याद...

You may have missed

*कृषि विभाग के बीज ग्राम योजना अंतर्गत जनप्रतिनिधियों के हाथों बीज पाकर कृषकों के खिले चेहरे* देवभोग:- केंद्र और राज्य सरकार द्वारा संचालित बीज ग्राम योजना अंतर्गत स्थानीय जनप्रतिनिधियों के हाथों बीज पाकर किसानों के चेहरों में मुस्कान देखने को मिला हैं। ज्ञात हो कि देवभोग विकासखंड अंतर्गत के सैकड़ों किसान इन दिनों ग्रीष्म कालीन धान फसल के बदले दलहन,तिलहन एवं मक्का फसल लगाने में ज्यादा रुचि ले रहे हैं। जिसका नजारा देखने को मिला देवभोग कृषि विभाग द्वारा बीज वितरण कार्यक्रम में जहां किसानों ने उन्नत किस्मों के बीज लेकर रबी फसल का कार्य शुरू कर दिया हैं। क्षेत्र के किसानों को 60 हेक्टेयर के लिए बीज प्रदाय किया गया एवं चना 100 किसानों को अब तक वितरण किया जा चुका हैं। इसी कड़ी आज देवभोग कृषि विभाग द्वारा सैकड़ों किसानों को चना,मक्का,गेहूं, मसूर एवं अन्य बीज जिला पंचायत सभापति श्रीमती धनमति यादव, जनपद पंचायत अध्यक्ष नेहा सिंघल,कृषि स्थाई समिति सभापति असलम मेमन द्वारा कृषकों को बीज वितरण किया गया। इस अवसर पर वरिष्ठ कृषि विकास अधिकारी जे.एन.नाग,ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी बसंत कश्यप,संतोष नेताम,ईश्वर दिवान,एवं कृषक लूदर मांझी,शत्रुघन मांझी,उग्रसेन यदु,गिरीश नागेश,हेमसिंह मरकाम,त्रिनाथ मांझी समेत सैकड़ों किसान मौजूद रहे। *क्या है बीज ग्राम योजना*:-बीज ग्राम योजना के तहत 2 से 3 तीन गांव समूहों को मिलाकर एक किसान समूह तैयार किया जाता है। यह किसान समूह 50 से 100 किसानों का होता है तथा इसके पास 0.1 हेक्टेयर भूमि में अलग-अलग फसलों के उन्नत किस्म के बीज तैयार किए जाते हैं। इस योजना के तहत किसानों को बीज बुवाई से कटाई तक आरएसएससी द्वारा प्रशिक्षण दिया जाता है। इससे किसानों के द्वारा बीज उत्पादन करके आय को बढ़ाने में मदद मिलती है। बता दें कि इस योजना का क्रियान्वयन देश भर में 2014-15 से किया जा रहा है। योजना के तहत ग्राम पंचायत स्तर पर बीज प्रसंस्करण सह बीज भंडार गोदामों की स्थापना,राष्ट्रीय बीज रिजर्व,निजी क्षेत्र में बीज उत्पादन को प्रोत्साहन और गुणवत्ता नियंत्रण अवसंरचना सुविधाओं के सुदृढ़ीकरण के माध्यम से देश में उत्पादन और उत्पादकता बढ़ाने को किसानों के लिए गुणवत्ता पूर्ण बीजों के उत्पादन व आपूर्ति के उद्देश्य की पूर्ति करना है। *वहीं वरिष्ठ कृषि विकास अधिकारी जे. एन. नाग ने कहा शासन द्वारा विभागीय संचालित योजनाओं का कृषि विभाग द्वारा कृषकों को नियमानुसार जनप्रतिनिधियों के उपस्थिति में बीज वितरण किया जा रहा हैं,आगामी रबी एवं ग्रीष्म कालीन धान फसल के बदले दलहन, तिलहन एवं मक्का फसल बोने के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा हैं।*