शिवशंकर सोनपिपरे

प्राथमिक साख सहकारी महासंघ की बैठक में विभिन्न मुद्दों पर हुई चर्चा

प्राथमिक साख सहकारी महासंघ की बैठक में विभिन्न मुद्दों पर हुई चर्चा पत्रकार : - उरेन्द्र साहू गरियाबंद / फिंगेश्वर...

बाबा गरू घासीदास ने सत्य के मार्ग पर चने प्रेरित किया – चंद्रशेखर साहू जिला पंचायत सदस्य

बाबा गुरु घासीदास ने सत्य के मार्ग पर चलने प्रेरित किया चंद्रशेखर साहू जिला पंचायत सदस्य गरियाबंद पत्रकार : -...

पहल नवयुवक मंडल ने गुरु घासीदास जयंती पर मितानिनों का किया सम्मान

गुरु घासीदास जयंती आयोजित कर पहल नवयुवक मंडल ने मितानिन का किया सम्मान पत्रकार - उरेन्द्र साहू गरियाबंद / कोपरा...

पाण्डुका पुलिस की बड़ी कारवाही ,अवैध शराब बिक्री करते , आरोपी को किया गिरफ्तार ,

अवैध शराब ब्रिक्री करते 01 आरोपी गिरफ्तार।आरोपी के कब्जे से 15 लीटर महुआ शराब व बिक्री रकम 600 जप्त पत्रकार...

तर्फा योजन के तहत ग्राम पसौद में निशुल्क मुंगफली बीज का वितरण ,

तर्फा योजना के अंतर्गत - ग्राम पसौद में निशुल्क मूंगफली बीज वितरण पत्रकार - उरेन्द्र साहू गरियाबंद / फिंगेश्वर |...

सट्टा पट्टी लिख रहे आरोपियों के खिलाफ पुलिस कि कार्यवाही..

बालोद.. जिले के गुणडरदेही पुलिस द्वारा सटोरियों के खिलाफ धर पकड़ अभियान चला कर किया कार्यवाही.. शीतला तालाब व कर्मा...

छत्तीसगढ मुक्ति मोर्चा मना रहा है अमर शहीद वीर नारायण सिंह शहादत दिवस.. दल्ली राजहरा में.

बालोद… छत्तीसगढ़ के प्रसिद्ध स्वतंत्रता संग्राम सेनानी अमर शहीद वीर नारायण सिंह का शहादत दिवस बालोद जिले के दल्ली राझहरा...

सट्टा पट्टी लिख रहे आरोपियों के खिलाफ पुलिस कि कार्यवाही..

बालोद.. जिले के गुणडरदेही पुलिस द्वारा सटोरियों के खिलाफ धर पकड़ अभियान चला कर किया कार्यवाही.. शीतला तालाब व कर्मा...

करोड़ो लाखो के बेनाम संपतियों के बादशाह , झोला छाप डॉक्टरों का लूटखसोट चरम पर ,

पत्ररका उरेन्द्र साहू गरियाबंद / पाण्डुका | शासन और स्वास्थ्य विभाग की उदासीनता के चलते अंचल में झोलाछाप डॉक्टर चांदी...

पावन धाम राजिम में राम – रथ क राम वनगमन व बाइक रैली का हुआ भव्य स्वागत

पत्रकार - उरेन्द्र साहू गरियाबंद / राजिम | गरियाबंद जिले के पावन धाम राजिम में श्री राम रथ आज सुबह...

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*कृषि विभाग के बीज ग्राम योजना अंतर्गत जनप्रतिनिधियों के हाथों बीज पाकर कृषकों के खिले चेहरे* देवभोग:- केंद्र और राज्य सरकार द्वारा संचालित बीज ग्राम योजना अंतर्गत स्थानीय जनप्रतिनिधियों के हाथों बीज पाकर किसानों के चेहरों में मुस्कान देखने को मिला हैं। ज्ञात हो कि देवभोग विकासखंड अंतर्गत के सैकड़ों किसान इन दिनों ग्रीष्म कालीन धान फसल के बदले दलहन,तिलहन एवं मक्का फसल लगाने में ज्यादा रुचि ले रहे हैं। जिसका नजारा देखने को मिला देवभोग कृषि विभाग द्वारा बीज वितरण कार्यक्रम में जहां किसानों ने उन्नत किस्मों के बीज लेकर रबी फसल का कार्य शुरू कर दिया हैं। क्षेत्र के किसानों को 60 हेक्टेयर के लिए बीज प्रदाय किया गया एवं चना 100 किसानों को अब तक वितरण किया जा चुका हैं। इसी कड़ी आज देवभोग कृषि विभाग द्वारा सैकड़ों किसानों को चना,मक्का,गेहूं, मसूर एवं अन्य बीज जिला पंचायत सभापति श्रीमती धनमति यादव, जनपद पंचायत अध्यक्ष नेहा सिंघल,कृषि स्थाई समिति सभापति असलम मेमन द्वारा कृषकों को बीज वितरण किया गया। इस अवसर पर वरिष्ठ कृषि विकास अधिकारी जे.एन.नाग,ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी बसंत कश्यप,संतोष नेताम,ईश्वर दिवान,एवं कृषक लूदर मांझी,शत्रुघन मांझी,उग्रसेन यदु,गिरीश नागेश,हेमसिंह मरकाम,त्रिनाथ मांझी समेत सैकड़ों किसान मौजूद रहे। *क्या है बीज ग्राम योजना*:-बीज ग्राम योजना के तहत 2 से 3 तीन गांव समूहों को मिलाकर एक किसान समूह तैयार किया जाता है। यह किसान समूह 50 से 100 किसानों का होता है तथा इसके पास 0.1 हेक्टेयर भूमि में अलग-अलग फसलों के उन्नत किस्म के बीज तैयार किए जाते हैं। इस योजना के तहत किसानों को बीज बुवाई से कटाई तक आरएसएससी द्वारा प्रशिक्षण दिया जाता है। इससे किसानों के द्वारा बीज उत्पादन करके आय को बढ़ाने में मदद मिलती है। बता दें कि इस योजना का क्रियान्वयन देश भर में 2014-15 से किया जा रहा है। योजना के तहत ग्राम पंचायत स्तर पर बीज प्रसंस्करण सह बीज भंडार गोदामों की स्थापना,राष्ट्रीय बीज रिजर्व,निजी क्षेत्र में बीज उत्पादन को प्रोत्साहन और गुणवत्ता नियंत्रण अवसंरचना सुविधाओं के सुदृढ़ीकरण के माध्यम से देश में उत्पादन और उत्पादकता बढ़ाने को किसानों के लिए गुणवत्ता पूर्ण बीजों के उत्पादन व आपूर्ति के उद्देश्य की पूर्ति करना है। *वहीं वरिष्ठ कृषि विकास अधिकारी जे. एन. नाग ने कहा शासन द्वारा विभागीय संचालित योजनाओं का कृषि विभाग द्वारा कृषकों को नियमानुसार जनप्रतिनिधियों के उपस्थिति में बीज वितरण किया जा रहा हैं,आगामी रबी एवं ग्रीष्म कालीन धान फसल के बदले दलहन, तिलहन एवं मक्का फसल बोने के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा हैं।*